निजी स्कूलों के प्रति सरकार का उत्पीड़नात्मक रवैया बर्दाश्त नहीं: डा.अशोक मलिक

सरकार की निजी स्कूलों के प्रति मनमानी के विरोध में निकाली रैली◆निजी स्कूलों के प्रति सरकार का उत्पीड़नात्मक रवैया बर्दाश्त नहीं-- डा.अशोक मलिक

विरेन्द्र चौधरी

सहारनपुर 17 मई। सरकार की निजी स्कूलों की अनदेखी के खिलाफ आज एक वृहद रैली निकाली गयी जिसमें भारी संख्या में स्कूली शिक्षक, अभिभावक तथा छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। रैली का मुख्य उद्देश्य आरटीई के तहत निजी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों की तीन साल की फीस प्रतिपूर्ति, ड्रेस व किताबों का लगभग एक हजार करोड़ रूपये सरकार से निजी स्कूलों व अभिभावकों को दिये जाने का रहा।

रैली का शुभारंभ गंगोह रोड स्थित चंद्र विहार कालोनी के द ग्रेट सनराइज स्कूल के प्रांगण से उ.प्र.मान्यता प्राप्त विद्यालय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डा.अशोक मलिक ने रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। 



इस अवसर श्री मलिक ने जानकारी देते हुए कहा कि रैली का उद्देश्य सरकार की मनमानी पर रोक लगाने के लिए था। रैली में सरकार द्वारा नये-नये फरमान जारी कर जिस प्रकार निजी स्कूलों को टारगेट किया जा रहा है। आज उन बच्चों को स्कूल से बाहर का रास्ता दिखाया गया तो अभिभावकों ने कहा कि उनके पास अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए कोई पैसा नहंी है, जबकि सरकार इन आरटीई के निःशुल्क गरीब बच्चों को पढाने के लिए जो निजी स्कूलों को फीस प्रतिपूर्ति, किताबों व ड्रेस का पैसा गत तीन वर्षों से सरकार नहीं दे रही है। जिस कारण निजी स्कूल संचालकों पर आर्थिक संकट आ गया है। सरकार की हठधर्मिता के कारण निजी स्कूल संचालक आरटीई के तहत निःशुल्क शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों को बाहर का रास्ता दिखाने को मजबूर हो रहे हैं। स्कूल संचालकों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार एक सप्ताह के भीतर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देगी तो बड़ा आंदोलन करने से गुरेज नहीं करेंगे।

डा.मलिक ने कहा कि बिना फीस पूर्ति किये ही आरटीई के तहत निःशुल्क बच्चों को बिना टीसी के दाखिला दिया जा रहा है उससे हमें भारी नुकसान हो रहा हे। इन बच्चों की संख्या 25 लाख है, जिसका आरटीई के तहत 500 करोड़ की फीस प्रतिपूर्ति सरकार करे। कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों की छात्रवृत्ति सरकार शीघ्र बहाल करे।

जिलाध्यक्ष के.पी.सिंह व महानगर अध्यक्ष गयूर आलम ने भी रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार निजी स्कूलों में छापामारी अभियान को बन्द करें। किसी भी सूरत में निजी स्कूलों में छापामारी बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा पर ध्यान देने की जरूरत है,ना कि निजी स्कूल संचालकों पर दबाव बनाकर उनके बच्चों को सरकारी स्कूलों में एडमिशन दिलाये। यह किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। रैली में मुख्य रूप से बी0डी0एम पब्लिक स्कूल, स्वामी दयानन्द पब्लिक स्कूल, स्टार पब्लिक स्कूल रूपडी गुर्जर, द ग्रेट सनलाईट पब्लिक स्कूल, एस.एल.पब्लिक स्कूल मानकमऊ, ब्राइट फ्यूचर पब्लिक स्कूल आदि स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने भारी संख्या में रैली में प्रतिभाग किया।

इस अवसर पर महामंत्री हंस कुमार, उपाअध्यक्ष प्रवीन गुप्ता दिनेश रूपड़ी मुजाहिद हसन, अमरीश कुमार शर्मा, संदीप सिंह, प्रीप कुमार, कुलदीप,राजकुमार, संजना, वंदना, शालिनी, प्रिया, श्रीमती रूबी, सोनाली,कु०शिल्पा आदि भारी संख्या में शिक्षक-शिक्षिकाएं शामिल रहे।





Comments