किसान देश का आर्थिक आधार है सरकार उसे ही कमजोर कर रही है-बजट किसानों का उत्पीडन है

 सरकार का बजट किसान विरोधी-गौशालाओं के नाम पर जबरन पकड़ी जा रही भूसे की ट्राली-गन्ना भुगतान नहीं ऊपर से लगवा रहे ट्यूबवेलों पर मीटर

D P SINGH

सहारनपुर। पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा व भारतीय किसान यूनियन वर्मा के पदाधिकारियों ने उत्तर प्रदेश सरकार के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सरकार का बजट किसान विरोधी हैं। 


पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव चौधरी रविन्द्र गुर्जर ने कहा सरकार ने अपने चुनावी घोषणापत्र में कहा था किसानों के लिए सरकार बिजली की दरें आधी कर देगी, लेकिन अब सरकार वादा खिलाफी कर रही है। अब ट्यूबवेलों पर मीटर लगाये थे रहे हैं। रविन्द्र गुर्जर ने कहा अभी तक किसानों को गन्ना का भुगतान,और भुगतान पर ब्याज का करोड़ों रूपयों के प्रति सरकार लापरवाह हैं। उन्होंने कहा सरकार का बजट पूरी तरह किसानों के खिलाफ है।


मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय वरिष्ठ ऐ विरेन्द्र चौधरी ने कहा कहा आज तक जितनी भी सरकारें आईं हैं,सबने किसानों को नोचने का काम किया। भाजपा भी यही कर रही है। भाजपा को किसानों के लिए बिजली के रेट आधे करके अपने वादे को पूरा करना चाहिए था, यहां उल्टा हो रहा है,अब किसानों के यहां मीटर लगाये जा रहे हैं। गौशालाओं के लिए भूसे की ट्राली पकड़ी जा रही है। ये किसानों के साथ अन्याय है। उन्होंने कहा किसान के वोट से सरकार बनती है, किसानों का पेट काटकर उद्योगपतियों का पेट भरा जाता है। इसको पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा बर्दाश्त नहीं करेगा।


मोर्चा के वरिष्ठ नेता गगन त्यागी ने कहा हम किसी सरकार के खिलाफ नहीं है, लेकिन भाजपा को अपने चुनावी घोषणापत्र के अनुसार किसानों से किये वादे पूरे करने चाहिए। उन्होंने कहा इस बार बजट ने किसानों को निराश किया है।


जिला महामंत्री पीपीएमएम चौधरी भूपेन्द्र सिंह ने कहा प्रदेश सरकार का बजट किसान विरोधी हैं। सरकार अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए जनता को मंदिर मस्जिद में उलझाए रखना चाहती है। उन्होंने कहा किसान देश का आर्थिक आधार है, उसे ही कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने कहा पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा इस बजट का विरोध करता है।

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