उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, झारखंड, तेलंगाना बन सकते है तो पश्चिम प्रदेश क्यूं नहीं●इसके लिए युवा शक्ति को आगे आना होगा-अनिल वर्मा
विनय कुमार
सहारनपुर।समाजवादी विचारधारा के अनिल कुमार वर्मा आज पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष विरेन्द्र चौधरी से मुलाकात के बाद संगठन से जुड़ेगें। वर्मा ने कहा उत्तर प्रदेश विभाजन सबसे बड़ा मुद्दा है। इसके लिए युवा शक्ति को आगे आना होगा।
पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के नेता विरेन्द्र चौधरी ने युवा व्यापारी नेता अनिल वर्मा को पश्चिम प्रदेश के संबध में जानकारी देते हुए बताया कि पश्चिम प्रदेश में प्राकृतिक संपदाओं का खजाना है। लेकिन अपने विकास के लिए हम इसका इस्तेमाल नहीं कर पा रहे है।क्योंकि सत्ता में बैठे लोग इसका दोहन कर रहे है। अगर उत्तर प्रदेश का विभाजन होकर पश्चिम प्रदेश का गठन हो जाये तो हमारा पश्चिम प्रदेश दुनिया का सबसे धनी प्रदेश होगा।यहां का व्यापारी, मजदूर किसान आम आदमी का सामाजिक और आर्थिक विकास होगा।
पश्चिम प्रदेश व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष सरदार अरविन्दर सिंह ल़ांबा ने कहा किसी भी परिवार, प्रदेश और देश के विकास में व्यापार की बड़ी भागीदारी होती हैं। व्यापार विकास की रीढ़ है। व्यापारी सबसे ज्यादा शोषित है,क्योंकि अधिकतर व्यापारी सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों से दूर रहता है। उन्होंने कहा व्यापारियों को अपने हितों के लिए राजनीति में अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित करनी होगी। लांबा ने अनिल वर्मा के पीपीएमएम में शामिल होने के लिए कहा अनिल वर्मा के आने से PPMM मजबूत होगा। हम उनका स्वागत करते है।
समाजवादी विचारधारा के युवा व्यापारी अनिल वर्मा ने कहा अन्य प्रदेशों के विभाजन के बाद तेलंगाना, झारखंड, छत्तीसगढ़ व उत्तराखंड आज विकास के ऊंचे पायदानों पर है। उत्तर प्रदेश समपन्न होने के बावजूद पिछडा हुआ है। अनिल वर्मा ने कहा पश्चिम प्रदेश के किसान और व्यापारियों को मिलकर आंदोलन करना होगा। क्योंकि किसी भी आंदोलन के लिए जनशक्ति और धनशक्ति दोनों ही आवश्यक है।पश्चिम प्रदेश आंदोलन के लिए युवा शक्ति को भी आगे आना होगा। वर्मा ने कहा वे पश्चिम प्रदेश के लिए समपूर्ण समर्पण के साथ पश्चिम प्रदेश आंदोलन में भागीदारी निभायेगें।
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