महिला संबंधी अपराधों में अपराधियों को बख्शा न जाए--बेबी रानी मोर्य

 सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को आम जन तक पंहुचाएं--महिला संबंधी अपराधों में अपराधियों को बख्शा न जाए--महिलाओं के साथ धोखाधडी और दहेज के मामलों में त्वरित कार्यवाही करें--ति कुपोषित बच्चों को गोद लेने के लिए अधिकारी आगे आएं


विरेन्द्र चौधरी 



सहारनपुर--माननीय मंत्री महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार श्रीमती बेबी रानी मौर्य की अध्यक्षता में सर्किट हाऊस सभागार में पूर्वान्ह 11ः00 बजे जनपद के सामाजिक क्षेत्र से संबंधित विभागों की समीक्षा बैठक की।
बैठक के दौरान सरकार द्वारा चलायी जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा की गयी। उन्होने मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह योजना, कन्या सुमंगला योजना, निराश्रित महिला पेंशन योजना, सखी वन स्टॉप सेन्टर, राष्ट्रीय पोषण मिशन, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, वृद्धावस्था पेंशन, दिव्यांगजन पेंशन, छात्रवृत्ति, श्रमिक संबंधी योजना, मातृ वंदना योजना आदि योजनाओं की बिन्दुवार गहन समीक्षा की गयी तथा मिशन शक्ति अभियान फेस 04 की जानकारी ली गयी।  


माननीय मंत्री महोदया द्वारा निर्देश दिए गये कि सरकार द्वारा विभिन्न विभागों के माध्यम से चलायी जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार किया जाए जिससे आम जनमानस को इनकी जानकारी हो। योजनाओं की जानकारी आम जनमानस को कराते हुए उन्हे योजनाओं से लाभान्वित किया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होने निर्देश दिए कि महिलाओं से संबंधित अपराधों में अपराधियों के विरूद्ध कडी कार्यवाही की जाए। उन्होने निर्देश दिए कि जनपद के कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर उन्हे सुपोषित किया जाने के कार्य मंे लापरवाही न बरती जाए तथा गंभीर श्रेणी के अतिकुपोषित बच्चों को अधिकारियों द्वारा गोद लिये जाने की बात कही। इस संदर्भ में मुख्य विकास अधिकारी श्री विजय कुमार द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में टी0बी0 के 2300 मरीजों को अधिकारियों द्वारा गोद लिया गया है तथा इनको पोषण उपलब्ध कराया जा रहा है जिसकी माननीय मंत्री महोदया ने सराहना की। उन्होने बाल सेवा योजना के लाभार्थियों से निरन्तर संवाद करने के निर्देश दिए।
श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने निर्देश दिए कि महिलाओं के दुष्कर्म के मामलों में प्राथमिकी दर्ज कर इस पर यथाशीघ्र कडी कार्यवाही करते हुए दोषी को सजा दिलाने के निर्देश दिए। उन्होने शादी के बाद महिलाओं को छोडने वाले मामलों पर कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है और इसके लिए एएसपी प्रीति यादव को निर्देश दिए कि इन मामलों में कडी कार्यवाही की जाए। इस संदर्भ में उन्होने कहा कि हमारा उद्देश्य घर बसाना है इसलिए इनको काउंसलिंग/परामर्श द्वारा प्रथम दृष्टया हल किया जाए। एएसपी ने पुलिस विभाग द्वारा महिलाओं को जागरूक करने के लिए एवं उनकी समस्याएं सुनने के लिए महिला हेल्प डेस्क, महिला बीट इत्यादि के बारे में अवगत कराया। इस संदर्भ में माननीय मंत्री महोदया ने महिला पुलिस कर्मियों से पीडिताओं के साथ मधुर व्यवहार स्थापित करने के निर्देश दिए।
मुख्य विकास अधिकारी श्री विजय कुमार द्वारा माननीय मंत्री महोदया को आश्वस्त किया गया कि आपके द्वारा दिये गये निर्देशों का अक्षरशः पालन किया जाएगा।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्री विजय कुमार, महानगर अध्यक्ष श्री राकेश जैन, एएसपी प्रीति यादव, उप निदेशक महिला कल्याण श्री पुष्पेन्द्र सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती आशा त्रिपाठी, जिला प्रोबेशन अधिकारी श्रीमत मीनू सिंह, समाज कल्याण अधिकारी अर्चना, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी श्री भरत लाल गोंड, दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी श्रीमती पारिशा मिश्रा सहित संबंधित विभागों के मण्डलीय एवं जिलास्तरीय अधिकारीगण तथा जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।


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