आज़ादी से पहले आज़ादी के बाद गरीब मजदूर किसान का दमन करती आई है सरकारें --विरेन्द्र चौधरी

 ट्विटर अकाउंट पर सिमटा विपक्ष••ईडी इनकमटैक्स सीबीआई से क्यों डरता है विपक्ष••सरकार कोई भी हो गरीब मजदूर किसान पे दमन करती है सरकारें--विरेन्द्र चौधरी 

डी पी सिंह-भूपेन्द्र सिंह

मेरठ। आज देश की राजनीति में ट्विटर अकाउंट की महत्ता बढ़ती जा रही है।एयर कंडीशन दफ्तरों और घरों में बैठकर राजनितिज्ञ ट्विटर अकाउंट और सोशल मीडिया आधारित राजनीति कर रहे हैं। सड़कों पर आने से डरने लगे हैं ट्विटर नेता। क्योंकि सबके मन में ईडी, सीबीआई, इनकमटैक्स और आई बी का डर है। अगर ऐसा नहीं है तो........ऐसे में पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा सड़कों पर गरीब मजदूर की आवाज उठा रहा है। उक्त बात आज मोर्चा के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विरेन्द्र चौधरी ने जारी ब्यान में कही।

विरेन्द्र चौधरी ने जारी ब्यान में कहा कि आज़ादी के बाद से आजतक जो भी सरकारें प्रदेश और देश में रही है,सबने अपने और अपने परिवार व अपने अपने गैंगों के पेटो को भरा है। गरीब मजदूर किसान की मेहनत और पसीने की कमाई पर डाका डाला है। अमीरों को और अमीर, गरीब मजदूर किसान को और गरीब बनाया है,ताकि वो भूख में उलझा रहे और राजनीति से किसी तरह का हिसाब ना मांग सके। विरेन्द्र चौधरी ने कहा गरीब मजदूर को बैंकों से ऋण नहीं मिलता अगर रिश्वत का जूगाड़ करके आम आदमी ऋण लेने में सफल हो जाता है,तो किश्तें लेट होते ही बैंक के नोटिस, वसूली के लिए अमीन घरों के चक्कर लगाकर ऋणदाता को अपमानित करते हैं, मानसिक व आर्थिक शोषण करते हैं। वहीं लाखों लाख करोड़ का ऋण लेने वालों को दिवालिया घोषित कर ऋण माफ कर दिये जाते हैं।उनके ऋण की वसूली गरीब मजदूर किसान से की जाती है। बैंकों में खातेदार के पैसे कम होते ही उनके पैसे काट लेना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा इतना ही नहीं दिवालिया घोषित उधोगपतियों को दूसरे नाम से फिर ऋण उपलब्ध करा दिया जाता है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा इसमें बैंक मैनेजर, बैंकों के मुख्यालय के आला अधिकारी और वित्त मंत्रालय तक शामिल हैं। जांच हो जाये तो सब सामने आ जायेगा।

विरेन्द्र चौधरी ने कहा आज़ादी से पहले और आज़ादी के बाद भी सत्ता हमेशा निरंकुश, दमनकारी और अंहकारी रही है। देश में तमाम सरकारी योजनाएं, नीतियां और कानून अपवाद को छोड़कर सब अमीरों के हित के हिसाब से बनाई जाती है। क्योंकि चुनाव अमीरों और माफियाओं के दम पर ही लड़ा जाता है। उन्होंने कहा विषम परिस्थितियों में भी पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा और भारतीय किसान यूनियन वर्मा संयुक्त रूप से गरीब मजदूर किसान और आम आदमी की समस्यायों के लिए लड़ रही है। उन्होंने कहा हमारे नेता भगत सिंह वर्मा ईमानदार है और ईमानदारी से आम आदमी के हितों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अगर भ्रष्ट होते तो ईडी, सीबीआई इनकम टैक्स और अन्य भय दिखाकर अब तक हमें घर में घुसेड़ दिया होता,जैसे सपा,बसपा और कांग्रेस सरकारी एजेंसियों के डर से घरों में खुद को कैद किये हुए हैं। उन्होंने पश्चिम प्रदेश के 8 करोड़ लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे संगठित होकर भगत सिंह वर्मा के हाथों को मजबूत करें ताकि पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा आपको आर्थिक आज़ादी दिला सके।
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