पश्चिम के चापलूस नेता पृथक पश्चिम प्रदेश की आर्थिक आज़ादी में बाधा

पृथक पश्चिम प्रदेश आंदोलन से ३००० नागरिक समर्पण भाव से जुड़ जाये,उस दिन ३ करोड़ लोग आंदोलन से खुद जुड़ जायेंगे••तब आप ले लेंगे आर्थिक आज़ादी••विरेन्द्र चौधरी 
संवाददाता delhidawn

सहारनपुर। एक शर्मनाक इतिहास के पन्ने के जिक्र के साथ अपनी बात शुरू कर रहा ह़ुं।एक गोरे अंग्रेज रोबर्ट क्लाइव ने लिखा था कि हमनें मात्र 3000 हजार सैनिकों के साथ विजय प्राप्त की थी, और हमारे विजय जुलूस के दोनों ओर खड़ी भारतीय जनता हमारे सैनिकों पर फूल बरसा रहीं थी।आगे उन्होंने लिखा,जिसे पढ़कर मेरा लहू गर्म होने लगता है,अपने लोगो पे शर्म आने लगती है।रोबर्ट ने लिखा अगर भारतीय जनता एक-एक कंकड़ हमारी तरफ फेंकती,तो हमें भागना पड़ता।लेकिन उस वक्त के चापलूसों ने अंग्रेजो के सामने सबके घुटने टिकवा दिये और अंग्रेजो के पालतू वफादार बनकर ऐश आराम हासिल किया। आज भी वो ही दस्तूर जारी है,चंद चापलूस लखनऊ की चापलूसी कर पश्चिम प्रदेश की लूट में शामिल है। ये ही चापलूस हमारे साथ अन्याय का सबसे बड़ा कारण है।

छत्तीसगढ़ झारखंड उत्तराखंड तेलंगाना के नेता भी उन्हीं चापलूसों के चंगुल में थे,लेकिन वहां की जनता को जब इन चापलूसों के बारे में आभास हुआ कि उनके विकास में ये ही चापलूस सबसे बड़ी बाधा है और उनके हको की लूट में शामिल है।बस इसका आभास होते ही वहां की जनता अलग-अलग विचारधाराओं में रहते हुए भी अपने हको के लिए एकजूट हो गयी,धरने प्रर्दशनों में अलग-अलग विचारधाराओं का ऐसा संगम दिखा कि चापलूस नेता भी देखते रह गये।आंदोलनकारियों ने चापलूसों को अपने आंदोलन में घुसने नहीं दिया और सफलता हासिल की।आज झारखंड उत्तराखंड छत्तीसगढ़ तेलंगाना कहां है,उनकी विकास दर कहां है,हम तमाम तामझाम मौजूद होने के बावजूद उनके मुकाबले कहां खड़े है।

  हम सहारनपुर मेरठ आगरा मुरादाबाद मंडल में लगभग 8 करोड़ निवासियों में से क्या तीन हजार लोग समर्पण भाव से पृथक पश्चिम प्रदेश आंदोलन से नहीं जुड़ सकते।याद रखो 3000 अंग्रेज सैनिकों का स्वागत फूल बरसाकर भारतीय चापलूसों ने किया था,आज भी वो ही चापलूस हमारे साथ हो रहे अन्याय के जिम्मेदार है।जिस दिन पश्चिम प्रदेश के 3000 नागरिक सड़कों पर उतर आये,उस दिन 3 करोड़ लोग अपने आप  इकट्ठा हो जायेगें।और हमारा पश्चिम प्रदेश दिल्ली और लखनऊ को देना पड़ेगा।जिस दिन हमारा पश्चिम प्रदेश वजूद में होगा,तो धरती का सबसे खूबसूरत सबसे धनी प्रदेश होगा।विकास की गंगा घर - घर पहुंचेगी। मैं इस मंच से कहना चाहता हुं जो मेरे भाई मेरे साथी मेरी बहनें मेरी माताएं अलग पश्चिम प्रदेश चाहती है,वो कम से कम 300  की संख्या में पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा में शामिल हो जायें,फिर हमें तीस हज़ार,तीन करोड़ होते देर नहीं लगेगी। अब पृथक पश्चिम प्रदेश विजय आपके हाथ में है। जो लोग पश्चिम प्रदेश आंदोलन से जुड़ना चाहते है वो हमारे व्हाट्सएप नंबर 8057081945 पर मैं भी जय पश्चिम प्रदेश  लिख कर अपना पूरा नाम पता फोन नंबर भेजें,(हम आपसे संपर्क कर लेंगे) और पश्चिम प्रदेश की आज़ादी के सिपाही बनकर पश्चिम प्रदेश आज़ादी के इतिहास के पन्ने बनें।

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