धोखाधड़ी-फर्जी बिजली बिल छपवाकर उपभोक्ताओं से की करोड़ो की वसूली --अब अधिकारी कर्मचारी जायेंगे जेल

फर्जी रसीदों के सहारे उपभोक्ताओं से वसूले करोड़ों रूपयें••••भेद खुला तो हुई FIR••••एसडीओ सहित आये कईं कानून के शिकंजे में••••अब जायेंगे जेल••••विधुत विभाग का है मामला

विरेन्द्र चौधरी 

नकुड़-सहारनपुर। 2019 में फर्जी रसीद बुक छपवा कर धोखाधड़ी से विधुत उपभोक्ताओं से करोड़ों रुपए बिल वसूलने का मामला चर्चा में आया था, लेकिन उस वक्त मामले को दबा दिया गया था।

समाचार के अनुसार विद्युत विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा फर्जी बिजली बिल भुगतान रसीद छपवाकर उपभोक्ताओं से करोड़ों रुपए की रकम वसूल कर ली गई, लेकिन वसूल की गई राशि को विभाग में जमा कराने के बजाय मिलीभगत कर अधिकारियों व कर्मचारियों ने डकार लिए। मामला चर्चा में आने के बाद उस वक्त मामले को दबा दिया गया था। लेकिन अब जांच के बाद  नकुड डिवीजन के आधा दर्जन अधिकारियों व कर्मचारियों पर धोखाधड़ी सरकारी पद पर रहते हुए पद का दुरुपयोग करने, साक्ष्य नष्ट करने, दो या दो से अधिक व्यक्तियों द्वारा अपराधिक षड्यंत्र रचने व सरकार को राजस्व की हानि पहुंचाने जैसी भा.द.स. की 420, 467, 468, 471 ,409, 427, 201 ,120 –बी आदि संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। 

विजिलेंस के उप निरीक्षक आर पी सिंह ने बताया कि 2019 में नकुड़ विद्युत डिविजन के आधा दर्जन अधिकारियों व कर्मचारियों ने विभाग की डुप्लीकेट बिल भुगतान रसीद छपवा कर विद्युत उपभोक्ताओं से फर्जी तरीके से करोड़ों रुपए की रकम वसूली थी और विभाग को करोड़ों रुपए की चपत लगाई थी। मामला प्रकाश में आने के बाद तत्कालीन ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने उक्त प्रकरण में विजिलेंस इकाई सहारनपुर को जांच सौंपी थी। लंबी जांच और तथ्यों के आधार पर विद्युत विभाग में डिविजन के अधिकारियों तथा कर्मचारियों की आपसी मिलीभगत से विभाग में राजस्व की चोरी और फर्जीवाड़ा पाया गया है। विजिलेंस टीम के एसआई आरपी सिंह ने बताया कि विद्युत विभाग के तमाम दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज़ कराकर पुलिस से दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्यवाही की मांग की गई हैं। 

वही एसआई देवेश कुमार ने बताया कि विजिलेंस टीम के द्वारा विद्युत विभाग नकुड़ डिविजन के पूर्व  एक्सईएन, पूर्व एसडीओ‌,अकाउंटेंट क्लर्क, नलकूप सहायक अभियंता, कार्यकारी सहा.अधिशासी अभियंता आदि के विरूद्ध कथित रूप से धोखाधड़ी, सुबूत मिटाने, सरकारी पद का दुरुपयोग करने सरकार को आर्थिक नुकसान पहुंचाने की सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर कार्यवाही शुरू कर दी गई है।

 इन अधिकारी और कर्मचारी पर हुआ मुकदमा

नकुड विद्युत डिवीजन के जिन अधिकारियों पर कथित फर्जी बिल बुक छुपाकर राजस्व चोरी तथा फर्जीवाड़े के मामले में विजिलेंस द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया है उनमें नकुड डिवीजन के अधिशासी अभियंता रहे  राजवीर सिंह, उपखंड अधिकारी रहे सचिन कुमार शर्मा, वर्तमान सहायक अभियंता नवनीत यादव, लेखाकार विवेक मलिक, क्लर्क निजी नलकूप यशवीर सिंह, कार्यकारी सहायक अधिशासी अभियंता राहुल कुमार के नाम शामिल हैं । विजिलेंस टीम के निरीक्षक आरपी सिंह के अनुसार इन सभी ने मिलकर विभाग को करोड़ों रुपए के राजस्व की चंपत लगाने के साथ ही अपने पद का दुरुपयोग करते हुए उपभोक्ताओं के साथ फर्जीवाड़ा किया है।वही थाना प्रभारी निरीक्षक राजेंद्र प्रसाद वशिष्ठ ने बताया मामला दर्ज कर जांच की जा रही है 

सामाजिक असमानता न्याय के आप खुद लड़ नहीं सकते तो दूसरों को गुमराह मत करों, हमें और उन्हें लड़ने दो। भगत सिंह वर्मा राष्ट्रीय अध्यक्ष BKU VERMA 9719664481, विरेन्द्र चौधरी पत्रकार-वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष PPMM 9410201834, सरदार अरविन्दर सिंह लांबा प्रदेश अध्यक्ष व्यापार मंडल PPMM +919837069141



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