मां शाकुंभरी देवी मंदिर विवाद पर हो SIT का गठन, अयोध्या की तर्ज पे हो मंदिर का विकास --अनुज बंसल

 

माता शाकुम्भरी देवी यात्रा के दौरान प्रशासनिक लापरवाही के चलते बाढ़ में बही बहिन सीमा के परिवार को आर्थिक सहयता के साथ मिले सरकारी नौकरी
अनुज बंसल की बात 

शामली।अभी सितंबर 2022 में सहारनपुर निवासी बहिन सीमा देवी जो परिवार सहित कार से जगत जननी  माता शाकुंभरी दैवी के दर्शन को गई थी। भूरा देव से आगे बढ़ते ही बरसाती नदी में अचानक आई बाढ़ का शिकार होकर पूरा परिवार बाढ़ में बह गया व शाकुंभरी संस्कृत विद्यालय के छात्र व मेले के दुकानदारों ने किसी तरह परिवार को बाढ़ से निकाला, पर बहिन सीमा देवी जी के प्राणों की रक्षा नहीं हो सकी।

यहां विचारणीय विषय यह है कि जब सितंबर 2022 में शिवालिक पर्वत श्रृंखला में भारी बारिश के चलते विकराल बरसती नदी शाकुंभरी में कई बार बाढ़ आ चुकी थी, तब भी जिला प्रशासन गहरी नींद सोता रहा व ना तो कोई गोताखोर तैनात किया, ना JCB की व्यवस्था की गई व न ही केंद्र सरकार से NDRF की तैनाती की मांग की गई व न ही भूरा देव से पहले गहन दुर्घटना प्रभावित बरसाती नदी के फाट में जाने वाले यात्रियों का पंजीकरण किया गया।

माननीय मुख्य मंत्री जी निवेदन हे की बहिन सीमा देवी की माता शाकुम्भरी देवी यात्रा के दौरान बद इंतजामी व प्रशासनिक लापरवाही के चलते हुई इस लिए बहिन सीमा के परिवार के एक सदस्य को योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरी दी जाए। सुविधाओ के विकास व यात्रा के सुरक्षित होने तक आन लाइन दर्शन व्यवस्था के साथ भूरा देव से आगे यात्रा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित रखी जाए।

माननीय मुख्य मंत्री जी निवेदन हे की मंदिर को 21.7 एकड़ वन्य भूमी का पट्टा पूर्व में पंडित बिहारी लाल पंतपुजारी जी के नाम हुआ था व जो 1984 में समाप्त हो गया था व स्वतंत्र भारत के नए वन्य कानूनो के तहत लीज का नवीनीकरण नही हो सकता था उसके बाद भी मंदिर कमेटी लीज अवधि समाप्त होने के बाद भी बिना लीज अधिकार के कैसे यात्रा चला रही है यह जांच का विषय है। 

माननीय मुख्य मंत्री जी निवेदन हे की माता शाकुम्भरी मन्दिर कमेटी व सरकार के बीच भूमि विवाद व दर्शन व्यवस्था को लेकर कुछ वाद लंबित हे जिनमे विभिन्न माननीय न्यायालय में वाद लंबित हे जिनकी पैरवी जिला पंचायत सहारनपुर द्वारा की जा रही है।

अनुज बंसल ने कहा हमारा निवेदन है की सरकार द्वारा माननीय मुख्य जी की निगरानी वाली  कानून विभाग की एक SIT गठित की जाए  जो माता शाकुंभरी दैवी से जुड़े सभी विवादो की सभी न्यायालय से 6 माह में उचित निस्तारण सुनिश्चित कर भुरा देव से माता शाकुम्भरी देवी भवन तक मौजूद सभी अव्यवस्थाओं के निदान होने तक आनलाइन दर्शन व्यवस्था के साथ माता शाकुम्भरी देवीयात्रा को स्थगित रखा जाए।

शामली का शेर क्या कह रहा मां शाकुंभरी देवी को लेकर 

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