पार्टी सिंबल पर लड़ेगी बसपा निकाय चुनाव-मायावती••••पार्टी प्रत्याशियों की कईं एंगल से होगी नपाई तुलाई-राजनीतिक गलियारों में चर्चा
विरेन्द्र चौधरी /सोनू नौटियाल
लखनऊ। पिछले चुनाव में भाजपा की लहर के चलते लगभग सभी पार्टियों ने खामोशी ओढ़े अपना अपना आकलन करने में लगे थे। बसपा सुप्रीमो मायावती ने तो बिल्कुल चुप्पी ही साध ली थी।उनकी चुप्पी से लगने लगा था कि बसपा का राजनीतिक कैरियर अब समाप्त होने लगा है।
पिछले चुनावों में बसपा की दुर्गति के बाद अब निकाय चुनावों में बसपा ने हुंकार भरी है। सुत्रो का कहना है कि बसपा इस बार अपने चुनाव चिन्ह हाथी पर चुनाव लड़ायेगी। बसपा समर्थित कोई प्रत्याशी नहीं होगा। निकाय चुनाव में सभी प्रत्याशियों को हाथी के निशान के साथ ही चुनाव मैदान में उतारा जाएगा। बसपा ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है।
लखनऊ की राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि निकाय चुनाव में बसपा अपना आकलन करेगी।इस लिए प्रदेश के हर वार्ड से चुनाव लड़ा जाएगा। इसके लिए हर वार्ड से चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों की सूची जिला स्तर पर तैयार की जा रही है। यूं तो हर वार्ड से चार - पांच प्रत्याशियों की सूची तैयार की जायेगी। जिसे लखनऊ भेजा जाएगा जहां से फाइनल नामों की घोषणा होगी।
इस बार बसपा सुप्रीमो प्रत्याशियों का पूरा डाटा मंगा रही है। जिससे पता लगाया जायेगा कि जनता के बीच कौन कितना लोकप्रिय है,वो सीट निकाल सकता है या नहीं। इसके लिए जिला स्तरीय पैनल प्रत्याशियों की रिपोर्ट भेजेगा। इसके साथ ही यह भी देखा जायेगा कि मिशन मूवमेंट में उनका क्या योगदान रहा। राजनीतिक बैकग्राउंड व प्रत्याशी का व्यवसाय क्या है।परावारिक पृष्ठभूमि का भी आकलन किया जाएगा। चुनाव लड़ने के इच्छुक लोगों को कह दिया गया है कि वे अपने अपने संबध में पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराए। जिन प्रत्याशियों की लखनऊ से घोषणा होगी वो लोग बसपा के सिंबल पर ही चुनाव लड़ेंगे। बसपा की इस घोषणा के बाद जो लोग घर बैठ गये थे,वो सब पार्टी कार्यालय के चक्कर लगाने लगे हैं। पार्टी निकाय चुनाव में क्या हासिल करती है ये तो भविष्य के गर्भ में है, लेकिन बसपा सुप्रीमो निकाय चुनाव में यह जान सकेगी कि वो कहां खड़ी है।
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