हिण्डन एवं उसकी सहायक नदियों को निर्मल एवं अविरल बनाये जाने हेतु मण्डलायुक्त ने की गहन समीक्षा••हिण्डन को प्रदूषित करने वाले संबंधित उद्योग 15 दिनों के अंदर मानकों को करें पूरा अन्यथा की जायेगी नियमानुसार कडी कार्यवाही••हिण्डन को किया जायेगा प्रदूषण मुक्त, लापरवाही करने वालों के विरूद्ध होगी कडी कार्यवाही••जनपदों के संबंधित अधिकारी प्रतिदिन करें निगरानी••सीमेंट कारखानों से सम्पर्क कर संबंधित उद्योग डंपिंग वेस्ट का कराएं निस्तारण--मंडलायुक्त
माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देशों के अनुपालन में मण्डलायुक्त श्री लोकेश एम0 ने हिण्डन एवं उसकी सहायक नदियों कृष्णी, काली, शीला, ढमोला, पांवधोई, नागदेव, चाचाराव, पुरका टांडा इत्यादि नदियों की गहन समीक्षा करते हुए संबंधित जिलों के नोडल अधिकारियों एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पश्चिम की जीवनदायी नदी को निर्मल एवं अविरल बनाने के लिए प्रदूषण मुक्त किया जाना आवश्यक है। इसके लिए औद्योगिक इकाईयों से निकलने वाले अवशिष्ट को रोके जाने के लिए 15 दिनों के अंदर संबंधित उद्योगबंधुओं को निर्देश दिए। उन्होने कहा कि संबंधित चीनी उद्योग, पेपर मिल, डिस्टलरी एवं अन्य इकाईयों द्वारा जो भी प्रदूषण फैलाया जा रहा है उसका निस्तारण कराना सुनिश्चित करें अन्यथा की स्थिति में संबंधित इकाईयों के विरूद्ध कार्यवाही किया जाना सुनिश्चित किया जायेगा। इस संबंध में अवगत कराया गया कि नानौता क्षेत्र में स्थित गन्ना मिल व डिस्टलरी तथा सहारनपुर नगर की स्टार पेपर मिल एवं नगर के अंदर स्थित छोटी व बडी कारखानों से निकलने वाला वेस्ट हिण्डन में जाता है जो इसे अत्यधिक प्रदूषित कर देता है।
मण्डलायुक्त द्वारा बैठक में उपस्थित औद्योगिक इकाईयों के प्रतिनिधियों को सख्त निर्देश दिये गये कि आगामी 15 दिनों में अपनी इकाईयों के ई0टी0पी0 प्लान्ट को दुरूस्त करा ले और 24 घण्टे संचालित रखे। किसी भी दशा में सीधे ड्रेन में वेस्ट न डाला जाए। मण्डलायुक्त ने मुख्य विकास अधिकारी एवं अपर जिलाधिकारी (प्रशासन), सहारनपुर, मुजफ्फरनगर व शामली को निर्देश दिये कि जनपद की समस्त औद्योगिक इकाईयों का स्थलीय भ्रमण करें। ईटीपी की स्थापना, प्लान्ट के मानक के अनुरूप स्थापित होने, 24 घण्टे संचालन आदि बिंदुओं पर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। खुले स्थानोें में इन्डस्ट्रीज वेस्ट डम्प न होने दिया जाए। डम्पिंग स्थलों का निरीक्षण करके डम्पिंग लैण्ड के स्वामी का पता किया जाए। हिण्डन को निर्मल किये जाने हेतु मुख्यत प्रदूषण के मुख्य कारकों, स्थलों का चिन्हांकन किया जाए। निर्धारित मानक से अधिक बी0ओ0डी0 व सी0ओ0डी0 पाये जाने पर सम्बन्धित इकाई के विरूद्व कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। अधिशासी अभियंता, भूगर्भ जल, सहारनपुर को निर्देश दिये गये कि मण्डल के जनपदों की औद्योगिक इकाईयों का निरीक्षण कर प्रति इकाई द्वारा उपभोग किये जाने वाले पानी एवं बाहर निकाले जाने वाले पानी की रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। इकाई द्वारा पानी नगर निगम से लिया जा रहा है या ग्राउण्ड वाटर प्रयोग किया जा रहा है का भी विवरण रिपोर्ट में उपलब्ध रहे।
सभी नोडल अधिकारी औद्योगिक इकाईयों के डिस्चार्ज प्वाइंट पर सी0सी0टी0वी0 कैमरा लगवाने की कार्यवाही भी सुनिश्चित करें, जिससे ई0टी0पी0 प्लांट के संचालन पर आई0सी0सी0सी0 के माध्यम से दृष्टि रखी जा सकें। डम्पिंग वेस्ट का सीमेंट कारखानों से सम्पर्क कर कन्ज्यूम कराने की कार्यवाही प्राथमिकता से की जाए।
सभी संबंधित उद्योगबंधुओं को उन्होने सख्त निर्देश देने के बाद कहा कि हिण्डन के प्रदूषण मुक्त एवं प्रवाहवान होने से न केवल मण्डल में जल की कमी को पूरा किया जा सकेगा बल्कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए एक सार्थक प्रयास होगा। इसके साथ ही साथ उद्योग बंधुओं से हिण्डन की शुद्धता बनाए रखने का आवाहन भी किया।
मुख्य विकास अधिकारीगण औद्योगिक इकाईयों के निकट से जा रहे मुख्य ड्रेनों को औद्योगिक इकाईवार एरिया निर्धारित करते हुए ड्रेनों की सफाई कराया जाना सुनिश्चित करायें। इसकी रिपोर्ट 15 दिनों के अन्तर्गत प्रस्तुत की जाए।
इस अवसर पर अपर आयुक्त प्रशासन श्री डी0पी0सिंह, संयुक्त विकास आयुक्त श्री सुनील कुमार श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी सहारनपुर श्री विजय कुमार, शामली श्री शंभूनाथ तिवारी, डीएफओ सहारनपुर श्री कन्हैया पटेल, अपर जिलाधिकारी प्रशासन मुजफ्फरनगर श्री नरेन्द्र बहादुर सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सहारनपुर श्री डी0सी0पाण्डेय, मुजफ्फरनगर एवं शामली श्री अंकित कुमार, अधीक्षण अभियंता सिंचाई श्री ओम प्रकाश वर्मा सहित संबंधित उद्योगबंधु उपस्थित रहे।
विरेन्द्र चौधरी/अरविन्दर लांबा
सहारनपुर।मण्डलायुक्त श्री लोकेश एम0 की अध्यक्षता में पूर्वान्ह 11ः00 बजे सर्किट हाउस सभागार में हिण्डन एवं उसकी सहायक नदियों को निर्मल एवं अविरल बनाये जाने के संबंध में संबंधित मण्डलीय एवं जनपदीय अधिकारियों तथा संबंधित उद्योगबंधुओं के साथ बैठक आहूत की गयी।माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देशों के अनुपालन में मण्डलायुक्त श्री लोकेश एम0 ने हिण्डन एवं उसकी सहायक नदियों कृष्णी, काली, शीला, ढमोला, पांवधोई, नागदेव, चाचाराव, पुरका टांडा इत्यादि नदियों की गहन समीक्षा करते हुए संबंधित जिलों के नोडल अधिकारियों एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पश्चिम की जीवनदायी नदी को निर्मल एवं अविरल बनाने के लिए प्रदूषण मुक्त किया जाना आवश्यक है। इसके लिए औद्योगिक इकाईयों से निकलने वाले अवशिष्ट को रोके जाने के लिए 15 दिनों के अंदर संबंधित उद्योगबंधुओं को निर्देश दिए। उन्होने कहा कि संबंधित चीनी उद्योग, पेपर मिल, डिस्टलरी एवं अन्य इकाईयों द्वारा जो भी प्रदूषण फैलाया जा रहा है उसका निस्तारण कराना सुनिश्चित करें अन्यथा की स्थिति में संबंधित इकाईयों के विरूद्ध कार्यवाही किया जाना सुनिश्चित किया जायेगा। इस संबंध में अवगत कराया गया कि नानौता क्षेत्र में स्थित गन्ना मिल व डिस्टलरी तथा सहारनपुर नगर की स्टार पेपर मिल एवं नगर के अंदर स्थित छोटी व बडी कारखानों से निकलने वाला वेस्ट हिण्डन में जाता है जो इसे अत्यधिक प्रदूषित कर देता है।
मण्डलायुक्त द्वारा बैठक में उपस्थित औद्योगिक इकाईयों के प्रतिनिधियों को सख्त निर्देश दिये गये कि आगामी 15 दिनों में अपनी इकाईयों के ई0टी0पी0 प्लान्ट को दुरूस्त करा ले और 24 घण्टे संचालित रखे। किसी भी दशा में सीधे ड्रेन में वेस्ट न डाला जाए। मण्डलायुक्त ने मुख्य विकास अधिकारी एवं अपर जिलाधिकारी (प्रशासन), सहारनपुर, मुजफ्फरनगर व शामली को निर्देश दिये कि जनपद की समस्त औद्योगिक इकाईयों का स्थलीय भ्रमण करें। ईटीपी की स्थापना, प्लान्ट के मानक के अनुरूप स्थापित होने, 24 घण्टे संचालन आदि बिंदुओं पर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। खुले स्थानोें में इन्डस्ट्रीज वेस्ट डम्प न होने दिया जाए। डम्पिंग स्थलों का निरीक्षण करके डम्पिंग लैण्ड के स्वामी का पता किया जाए। हिण्डन को निर्मल किये जाने हेतु मुख्यत प्रदूषण के मुख्य कारकों, स्थलों का चिन्हांकन किया जाए। निर्धारित मानक से अधिक बी0ओ0डी0 व सी0ओ0डी0 पाये जाने पर सम्बन्धित इकाई के विरूद्व कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। अधिशासी अभियंता, भूगर्भ जल, सहारनपुर को निर्देश दिये गये कि मण्डल के जनपदों की औद्योगिक इकाईयों का निरीक्षण कर प्रति इकाई द्वारा उपभोग किये जाने वाले पानी एवं बाहर निकाले जाने वाले पानी की रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। इकाई द्वारा पानी नगर निगम से लिया जा रहा है या ग्राउण्ड वाटर प्रयोग किया जा रहा है का भी विवरण रिपोर्ट में उपलब्ध रहे।
सभी नोडल अधिकारी औद्योगिक इकाईयों के डिस्चार्ज प्वाइंट पर सी0सी0टी0वी0 कैमरा लगवाने की कार्यवाही भी सुनिश्चित करें, जिससे ई0टी0पी0 प्लांट के संचालन पर आई0सी0सी0सी0 के माध्यम से दृष्टि रखी जा सकें। डम्पिंग वेस्ट का सीमेंट कारखानों से सम्पर्क कर कन्ज्यूम कराने की कार्यवाही प्राथमिकता से की जाए।
सभी संबंधित उद्योगबंधुओं को उन्होने सख्त निर्देश देने के बाद कहा कि हिण्डन के प्रदूषण मुक्त एवं प्रवाहवान होने से न केवल मण्डल में जल की कमी को पूरा किया जा सकेगा बल्कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए एक सार्थक प्रयास होगा। इसके साथ ही साथ उद्योग बंधुओं से हिण्डन की शुद्धता बनाए रखने का आवाहन भी किया।
मुख्य विकास अधिकारीगण औद्योगिक इकाईयों के निकट से जा रहे मुख्य ड्रेनों को औद्योगिक इकाईवार एरिया निर्धारित करते हुए ड्रेनों की सफाई कराया जाना सुनिश्चित करायें। इसकी रिपोर्ट 15 दिनों के अन्तर्गत प्रस्तुत की जाए।
इस अवसर पर अपर आयुक्त प्रशासन श्री डी0पी0सिंह, संयुक्त विकास आयुक्त श्री सुनील कुमार श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी सहारनपुर श्री विजय कुमार, शामली श्री शंभूनाथ तिवारी, डीएफओ सहारनपुर श्री कन्हैया पटेल, अपर जिलाधिकारी प्रशासन मुजफ्फरनगर श्री नरेन्द्र बहादुर सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सहारनपुर श्री डी0सी0पाण्डेय, मुजफ्फरनगर एवं शामली श्री अंकित कुमार, अधीक्षण अभियंता सिंचाई श्री ओम प्रकाश वर्मा सहित संबंधित उद्योगबंधु उपस्थित रहे।
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