पराली जलाने पर किसानों पर मुकदमें फिर जिला पंचायत पर भी हो मुकदमें-अशोक मलिक

 


विरेन्द्र चौधरी 

सहारनपुर।किसान पराली फुंके तो मुकदमा सरकारी कर्मचारी फूंके तो मुकदमा किस पर होगा,कौन लिखेगा मुकदमा-कौन लिखवायेगा मुकदमा। ये अपने आप में एक बड़ा सवाल है। 

भारतीय किसान यूनियन वर्मा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक मलिक ने कहा हाल में सफाई के नाम पर जिला पंचायत के कर्मचारियों ने देहरादून रोड़ स्थित कुम्हार हेड़ा व कैलाशपुर के बीच कबाड़, घासफूस व पत्तों को जलाकर वातावरण को प्रदूषित किया है। धुआं भी इस कदर था कि वहां से गुजरते हुए यात्रियों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। अशोक मलिक ने कहा कि जब किसान अपने खेतों में पराली को जलाता है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाता है। जिला पंचायत के कर्मचारी सफाई के नाम पर खुलेआम कबाड़ और सूखे पत्तों को जलाकर वातावरण को प्रदूषित कर रहे हैं, इनके खिलाफ कौन मुकदमा लिखेगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को इन जिला पंचायत कर्मियों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराना चाहिए।

डाक्टर अशोक मलिक ने सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि अगर सरकार कानून और संविधान को मानती है तो जिला पंचायत विभाग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराये, नहीं तो पराली फूंकने के जो किसानों पर मुकदमें दर्ज किये गये है, मुकदमें वापस ले। मलिक ने कहा पराली फूंकने पर किसानों के खिलाफ जो मुकदमें लिखे जाने से उनके मानसिक व सामाजिक प्रतिष्ठा की हानि हुई है,उस नुकसान की भरपाई करायी जाये।साथ ही जिन अधिकारियों ने किसानों के खिलाफ मुकदमे लिखवाये है, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए उनका निलंबन करके उन्हें सलाखों के पीछे भेजा जाये।

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