तैय्यब अली
चरेख गाँव (पौड़ी गढ़वाल) की चोटी पर स्थित यह जगह जहां कभी महर्षि चरक की साधना स्थली हुआ करती थी जहाँ उन्होंने चरक संहिता की रचना की थी।
कोटद्वार से महज बीस किमी की दूरी पर स्थित है चरेख अगर आप दिल्ली के पास के हिल स्टेशन पर अपना वीकएंड बिताना चाहते हैं तो यह आपके लिए यह जगह बेस्ट हैं यह जगह मेरी भी सबसे पसंदीदा जगहों मे से एक है यहां के पहाड़ों की खूबसूरती प्राकृतिक सौंदर्य हरी-भरी घाटियां और दूर-दूर तक फैले घने जंगल और यदि मौसम साफ हो तो आप हिमालय का करीब से दर्शन भी करते हैं।
आप भी समय निकाल कर पौड़ी गढ़वाल स्थित इस शांत और खूबसूरत हिल स्टेशन को एक्सप्लोर कर सकते हैं। यहां आप चरेख फूड एंड फॉरेस्ट रिसॉर्ट में ठहर सकते हैं इस खूबसूरत रिसॉर्ट में पर्यटकों के लिए यहां सारी सुविधाएं मौजूद हैं। शोरगुल की दुनिया से दूर चरेख आपके लिए एकदम स्वर्ग सा महसूस होगा। जनवरी में यहां आप दूर बर्फ से ढके पहाड़ साफ-सुथरा नीला आकाश और देवदार और चीड़ के पेड़ों के पीछे छिपते हुए सूरज को निहार सकते हैं पहाड़ों की शाम वैसे भी बेहद खूबसूरत होती है जिस कारण उस वक्त का नजारा कभी न भुलाया जा सकने वाला होता है।
अगर आपको कोटद्वार में हरियाली और ठंडी खुश्बूदार हवाओ के बीच घूमना है तो आपको चरेख घूमने ज़रूर जाना चाहिए चरेख एक व्यू पॉइंट है, जहाँ लोग अद्भुत नजारों का लुत्फ़ उठाने के लिए पहुंचते हैं। इस व्यू पॉइंट से लगभग पूरा कोटद्वार दिखाई देता है। ये स्थान सेल्फी पॉइंट के रूप में भी फेमस है। यहाँ घुमक्कड़ी करने का एक अलग ही मज़ा है।
नोट:- यदि अपने भी कोटद्वार के इस हिल स्टेशन की घुमक्कड़ी की हैं तो अपने अनुभवों को साझा जरूर करें।
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