ना मतभेद ना मनभेद 15 राज्यों के आंदोलनकारी होंगे इकट्ठे फिर क्या होगा-पढ़े बड़ी खबर

 

15 राज्यों के आंदोलनकारी अब होगें एक मंच पर-दिल्ली में होगा बड़ा आंदोलन••डाक्टर सतेन्द्र सिंह -- राजनीति के पक्षपात के कारण हम आंदोलन को हुए मजबूर••विरेन्द्र चौधरी 

डी पी सिंह/अमरदीप काकरान

मुजफ्फरनगर। जहां जहां भी बड़े राज्य है वहां वहां अपने अपने क्षेत्रीय विकास को लेकर अलग राज्य के लिए आंदोलन चल रहे हैं या आंदोलन की शुरुआती नींव पड़ चुकी है। जानकारी के अनुसार संपूर्ण भारत में 15 अलग राज्यों के लिए आंदोलन चल रहे हैं। इन आंदोलनों की आगे की रणनीति क्या होगी ये तो भविष्य के गर्भ में है, लेकिन कुछ चर्चाएं जो सुनी जा रही है,उसकी जानकारी आपको दे रहे हैं।

नये साल की पावन बेला पर जब लोग नववर्ष को हंसी खुशी से मनाते हैं ऐसे में पश्चिमांचल निर्माण पार्टी आगामी 1 जनवरी को 1192/1 साउथ सिविल लाइन मुजफ्फरनगर में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाक्टर सतेन्द्र सिंह के नेतृत्व में बैठक कर आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेगी। इसका मतलब आने वाले समय में पृथक पश्चिम प्रदेश के लिए आंदोलन तेज और निर्णायक हो सकता है।

पश्चिमांचल निर्माण पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाक्टर सतेन्द्र सिंह ने हमारे संवाददाता को फोन पर बताया कि 2023 में  अपने हकों के लिए निर्णायक आंदोलन की भूमिका तय की जा रही है। उन्होंने बताया कि देश में 15 राज्यों में अलग राज्यों के लिए आंदोलन चल रहे हैं। हम 15 राज्यों के आंदोलनकारियों को एक मंच पर लाने का प्रयास कर रहे हैं।ताकि दिल्ली में एक बड़ा आंदोलन किया जा सके।इसी कड़ी में राजस्थान में मरू प्रदेश के लिए आंदोलन चला रहे मरू प्रदेश निर्माण संगठन के राष्ट्रीय संयोजक जयन्त मूण्ड जी 1 जनवरी को मुख्य अतिथि के रूप में पश्चिमांचल निर्माण पार्टी की बैठक में मुजफ्फरनगर पहुंच रहे हैं। बैठक में 15 राज्यों के आंदोलनकारियों को एक मंच पर लाने पर विचार किया जाएगा।

देश की राजनीति ने विकास के नाम पर भेदभाव ना किये होते तो यें आंदोलन ना खड़े होते। यह आंदोलन भ्रष्ट और भेदभाव के कारण पनपे है। अब वापिस लौटने की स्थिति में नहीं है करो या मरो,जीत हमारा लक्ष्य है - विरेन्द्र चौधरी 

विशिष्ट अतिथि के रूप में बैठक में भाग लेने जा रहे विरेन्द्र चौधरी वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा ने बताया कि पूरे पश्चिम प्रदेश में कईं संगठन आंदोलन चला रहे हैं।सबका मकसद पश्चिम प्रदेश निर्माण है,इन संगठनों में ना तो कोई मतभेद है ना मनभेद। जल्दी ही सभी संगठन एक मंच पर आने को तैयार हैं। थोड़ी बहुत परेशानी हो सकती है उसे दूर कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा जल्दी ही एक बैठक बुलाकर पृथक पश्चिम प्रदेश आंदोलन के वरिष्ठ नेता भगत सिंह वर्मा, रिटायर्ड कमिश्नर आर के वर्मा, रिटायर्ड कर्नल सुधीर कुमार, डाक्टर सतेन्द्र सिंह,अजय पंवार, विनोद करनावल जैसे बड़े नेताओं से वार्ता की जायेगी। ताकि एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया जा सके।

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