वर्तमान सरकार के खोखले वादों से जनता परेशान••400 करोड़ के बकाया धन का मात्र 40 करोड़ का बजट निजी स्कूलों के साथ धोखा डॉ मलिक
विरेन्द्र चौधरी/अतुल शर्मा
सहारनपुर। गंगोह रोड स्थित वीर सुभाष इंटर कॉलेज मैं शिक्षक नेता अशोक मलिक लखनऊ रवाना होने से पूर्व जोरदार फूल माला से सम्मानित कर तिलक लगाकर संघर्ष की कड़ी में एक कड़ी और जोड़ते हुए निजी स्कूलों की समस्याओं का निस्तारण की सफलता की शुभकामनाएं दी निजी स्कूलों की समस्याओं के समाधान और स्कूलों को बचाने के लिए सरकार के निमंत्रण पर उत्तर प्रदेश के विभिन्न संगठनों में से एक संगठन प्राइवेट स्कूल टीचर एसोसिएशन मान्यता प्राप्त विद्यालय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डा०अशोक मलिक सहित समस्त उत्तर प्रदेश के 35 प्रतिनिधियों को प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश में शिक्षा नीति शिक्षा में सुधार के लिए चर्चा करने को लखनऊ के जवाहर भवन में डायरेक्टर ऑफ जनरल के सभागार में 24 फरवरी को दोपहर 12:00 बजे महत्वपूर्ण बैठक के लिए निमंत्रण दिया गया।
सम्मान समारोह में शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर अशोक मलिक ने कहा की वर्तमान सरकार के खोखले वादों से जनता परेशान हो चुकी है, 25 परसेंट निशुल्क दुर्बल वर्ग के बच्चों का करीब 400 करोड रुपए पिछले गत 4 वर्षों का बकाया है इसके सापेक्ष में सरकार ने मात्र 40 करोड़ रूपया अपने बजट में निर्धारित कर निजी स्कूल संचालकों की घोर विरोधी सरकार होने का प्रमाण पत्र दिया है, यह हमारे साथ सरासर धोखा है यदि सरकार खाली खजाने वाली सरकार योजनाओं को क्रियान्वयन नहीं कर सकती तो जनप्रतिनिधियों को अपने वेतन सुविधाओं को छोड़कर एक-एक विधायक की 4-4;5-5 पेंशनो की योजनाओं को बंद करके हजारों करोड रुपए बचाया जा सकता है एक विधायक एक पेंशन से भी सैकड़ों करोड़ रूपया बचाकर देश के विकास में लगा जा सकते हैं।
श्री मलिक ने कहा कि यह सभी साथियों के सहयोग का परिणाम है कि सरकार ने हमें निमंत्रण दिया है निजी स्कूलों की समस्याओं को हम सरकार के समक्ष पुरजोर तरीके से उठाएंगे और सरकार में बैठे आईएएस अधिकारियों को आइना दिखा कर हम विभिन्न समस्याओं से अवगत कराने का काम करेगे,लखनऊ से वापसी के बाद यदि समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन को और धार दी जाएगी और सदस्यता अभियान चलाकर संगठन को और अधिक मजबूत करने का काम करेंगे।
जिला अध्यक्ष के पी सिंह स्कूल डायरेक्टर बिजेंद्र प्रधान महामंत्री हंस कुमार ने कहा कि सरकार को संस्कृत स्कूल के साथ-साथ शिक्षकों का संस्कृत अनुदान भी बहाल कर बजट को बढ़ाना चाहिए क्योंकि संस्कृत भाषा भारतीय संस्कृति की जननी के साथ-साथ सुरक्षा कवच भी है।
इस अवसर पर राजन डबराल, संदीप कुमार, अंकुश, मनोज, विशाल, अमित सैनी, मोहित सहदेव, संजना, अनुष्का, तानिया, वंदना, प्रीति, शिवानी, मेघा सैनी, सारिका, अंजली यादव, भोपाल सिंह, प्रीतम सिंह, शिवलाल, अशोक सैनी, राजकुमार नागर, राकेश सैनी, अमरीश त्यागी, संजय, परवेज,जावेद आदि लोग उपस्थित रहे।
मेरा सपना अपना घर पश्चिम प्रदेश, आंदोलन के लिए संपर्क करें विरेन्द्र चौधरी पत्रकार 8057081945
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