आन पार्टीशन,थाट्स आन पाकिस्तान,एवं पाकिस्तान एन्ड पार्टीशन आफ इंडिया और अंबेडकर पर हिन्दू जागरण मंच ने की विचार गोष्ठी

 


विरेन्द्र चौधरी/अतुल शर्मा 

सहारनपुर।दि0 14 अप्रैल 2023 को हिन्दू जागरण मंच  सहारनपुर के तत्वावधान मे संविधान शिल्पी भारत रत्न डा0 भीमराव अम्बेडकर जी का 132 वी जयंती शास्त्रीनगर कार्यालय स्थित सभागार मे मनाई गई।  कार्यक्रम की अध्यक्षता महंत जगराम दास व संचालन महानगर संयोजक अनिल आरोडा जी ने किया। 

इस अवसर पर "पाकिस्तान निर्माण पर डा0 अम्बेडकर के विचार " विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया  इस अवसर पर मुख्य वक्ता  ठाकुर सूर्यकान्तसिंह प्रांत सह संयोजक ने  बाबा साहब को श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए कहा कि बाबा साहब ने अपनी तीन पुस्तक " आन पार्टीशन" "थाट्स आन पाकिस्तान " एवं  "पाकिस्तान एन्ड पार्टीशन आफ इंडिया" मे अपने विचारो मे स्पष्ट रूप से कहा है कि प्रकृति ने अखंड भारत को एकल भौगोलिक ईकाई के रूप मे निर्मित किया है। भौगोलिक एकता ने राजनीतिक व जातीय विभाजन की अवहेलना की है। पाकिस्तान के संदर्भ मे यह तथ्य आंखो से ओझल नही किया जा सकता कि मूलतः भारत की एकता आधार भूत है। डॉक्टर अम्बेडकर ने अपनी पुस्तक मे लिखा था केवल इसलिए कि कुछ मुसलमान असंतुष्ट है देश के टुकडे करना ठीक नहीं है । मुस्लिम लीग की शिकायतो में अतिशयोक्ति है, उन्होने अपनी पुस्तको में  मो0बिन कासिम,  महमूद गजनी , मौ0 गौरी, चंगेज खा, बाबर , नादिर शाह, अहमद शाह अब्दाली के अत्याचार का वर्णन करते हुऐ कहा है कि इनका उद्देश्य मात्र लूट ही नही था बल्कि हिन्दुस्तान मे मूर्ति पूजा तथा बहुदेव वाद की भावना को नष्ट करना था। उन्होंन कहा है " इस्लाम का मातृत्व सिद्धांत मानव जाति का मातृत्व नही है यह मुसलमानो तक सीमित भाईचारा है । समुदाय के बाहर वालो के के लिए उनके पास शत्रुता व तिरस्कार के सिवाय कुछ भी नही है"।  उनके विधर्मी षडयंत्रो की विचारधारा पर  आज सभी भारत वासियो को चितंन करने की आवश्यकता है। इस अवसर पर प्रख्यात रविदासी संत जगराम दास जी महाराज ने कहा कि आज हिन्दू समाज के समक्ष चुनौतियो का निदान एक मात्र बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के विचारो व करणीय कार्य   संगठित रहो। संघर्ष करो।शिक्षित बनो।के अनुसार ही कार्य करके ही किया जा सकता है। 

इस अवसर पर महानगर संयोजक अनिल आरोडा ने कहा हिन्दू समाज मे यद्यपि जाति उप जाति का प्रावधान है लेकिन आज के विषय के अनुरूप इनका विशिष्टता या हीनता से कोई सम्बन्ध नही है हमारे प्राचीन ऋषि ,मुनियो ,उपदेशको आध्यात्मिक , सांस्कृतिक एवं सामाजिक नेतृत्व का सदैव वसुधैव कुटुम्बकम मे विश्वास ही सर्वोपरि रहा है। आज विधर्मी शक्तिया हिन्दू समाज को जाति गत भेदभाव मे डालकर देश की एकता अखंडता को प्रभावित करने का प्रयास कर रही है जिसका समस्त हिन्दू  समाज को जाति पंथ पूजा पद्धति आदि से उपर उठकर समरसता के भाव के साथ भारत को अखंड बनाने के लिए कार्य करना होगा। बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर जी ने अपने लेख व पुस्तक मे  परिष्कृत हिन्दू राष्ट्रवाद की वक़ालत की है उसके अनुरूप यदि हम कार्य करते है तो यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धाजंलि होगी।

 इस अवसर पर अश्विनी शर्मा राजकुमार शर्मा भानुप्रताप महामंत्रीगण हर्ष डाबर रजत गोयल  राधेश्याम पुन्डीर एडवोकेट बीरसिह चौहान संजूपाल प्रवेश धवन प्रदीप ठाकुर दीपक कश्यप कुलदीप राणा धर्मपाल कश्यप   रामपाल कोरी वीरेन्द्र चौहान वंश अभिषेक राजू कालरा महंत जगराम दास महंत धर्मदास महंत कर्णदास महांत सरजीतदास महंत स्वामी कृष्णानंद महंत सुलतानदास महंत मांगेरामदास  महंत कवरपाल दास महंत दयाराम महंत शेरसिंह दास महंत जय कुमार दास  महंत सतपाल रविकांत पवार सोमपाल रणबीर सिंह हुकम सिंह सुनील कुमार मनोज तिवारी जगदीश शर्मा अनमोल नवीन सोनी कुमार आदि उपस्थित रहे।


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