सनातन धर्म को जगाने के लिए सर सैय्यद रिजवान अहमद शुक्रिया

 सनातन धर्म को जगाने के लिए सर सैय्यद रिजवान अहमद शुक्रिया 


विरेन्द्र चौधरी 

मैं मुसलमान होकर निडर होकर सनातन धर्म के लिए खड़ा हुं। और सभी फॉलो तक नहीं करते आखिर क्यों ? सभी से ट्विटर पर जुड़ना चाहता हुं। सभी सनातनी रिट्वीट फॉलो कर जरूर जुड़े।यह कहना है सर सैयद रिजवान अहमद।

मैं विरेन्द्र चौधरी हुं तो सनातनी,शरीर से, मन से, आत्मा से और पैदाइशी सनातनी हिंदू हुं। चलो जब आपकी इच्छा है तो मैं आपको रिट्वीट फॉलो कर आपसे जुड़ जाऊंगा। लेकिन ये रिक्वेस्ट अगर आप भाजपा, बजरंग दल, हिंदू महासभा और हिंदू जागरण मंच वालों से करते तो बेहतर था।ये समाचार अपलोड करने का मकसद है कि ज्यादा से ज्यादा सनातनी आपको रिट्वीट फॉलो कर आपके साथ जुड़े।

ये समाचार इसलिए भी अपलोड कर रहा हुं आपकी एक वीडियो ने मेरे अंदर थोड़ा बदलाव ला दिया।उस वीडियो में आपने अमरनाथ यात्रा के जिक्र से शुरू करते हुए कहा है कि मुसलमान को टोपी लगाने और ऊंचा पायजामा पहने में शर्म नहीं आती। अरे हिंदूओं आपको धोती-कुर्ता पहनने में शर्म आती है, आपको टीका लगाने में शर्म आती है।आपने अपनी सनातनी संस्कृति का पहनावा छोड़ कर पश्चिम की जींस को अपना लिया, इसलिए तुम कमजोर होते जा रहे हो। ये सनातन के लिए शर्म की बात है।

रिजवान साहब आपकी बात सुनकर मुझे अपने ऊपर दुःख हुआ जो बात हमारे धर्म गुरूओं को कहनी चाहिए थी वो बात सर सैयद रिजवान अहमद कह रहे हैं।तब से मैंने टीका लगाना शुरू कर दिया,कभी कभी धोती-कुर्ता भी पहनने लगा। सनातन को जगाने के लिए आपका शुक्रिया

सर सैय्यद रिजवान अहमद की बात को मानते हुए सनातनी रिट्वीट फॉलो कर उनसे जुड़े और खबर के लिंक को आगे शेयर भी कर दें 



Comments