भागवत कथा श्री भगवान विष्णु जी का साक्षात श्री वांगमय स्वरूप है--सन्त गोपी राम जी महाराज

भागवत कथा श्री भगवान विष्णु जी का साक्षात श्री वांगमय स्वरूप है  : सन्त गोपी राम जी महाराज••गौ माता से हर सनातनी का जन्म से मृत्यु तक का रिश्ता है स्वामी मंगला नंदी जी महाराज


विरेन्द्र चौधरी 

सहारनपुर । गोपाल नगर नुमाईश कैम्प सहारनपुर में स्वामी मंगला नंद जी महाराज जी के सानिध्य में  सावरा संकीर्तन मंडल परिवार के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष् में रजत जयंती महोत्सव 2023 व शुभ ब्याहुला महोत्सव की पंचम वर्षगांठ के उपलक्ष में चल रहे अष्ट दिवसीय महोत्सव के आज द्वितीय दिन दिव्य श्री मद भागवत कथा में भगवता चार्य सन्त गोपीराम जी महाराज ने कुंती स्तुति व राजा परीक्षित के जन्म की कथा का वर्णन सुनाया राजा परीक्षित को श्राप कैसे मिला सुखदेव जी के जन्म व सुखदेव जी द्वारा राजा परीक्षित को भागवत कथा सुनाने का विस्तार से भक्तो को वर्णन सुनाया ओर बताया कि सुखदेव जी द्वारा परीक्षित को भागवत कथा सुनाने से ही राजा परीक्षित का उद्धार हुआ सन्त गोपी राम जी ने भक्तो को समझाया कि श्री मद भागवत कथा श्री भगवान विष्णु जी का साक्षात वांगमय स्वरूप है।

इस दौरान कथा से पूर्व व्यास पीठ पर विराजमान सन्त गोपी राम जी व व्यास पीठ पर विराजमान श्री मद भागवत कथा के यजमान श्री मति चन्द्र प्रभा बंसल ,श्री दर्शन लाल गंगा शुभम गंगा परिवार,व सन्नी अरोरा मोहित अरोरा परिवार द्वारा पूजन वंदन आरती द्वारा सम्मान किया गया व पूज्य संत गोपी राम जी व स्वामी मंगला नंद जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया।


स्वामी मंगलानंद जी महाराज व व्रन्दावन धाम से आये श्री भागवत प्रवक्ता आदणीय सन्त गोपी राम जी महाराज द्वारा आज कथा के द्वितीय दिवस पर श्री मद भागवत जी को सम्मान पूर्वक पूजन के साथ मन्त्रो के साथ व्यास पीठ पर विराजमान किया गया

श्री श्री करुणा बिहारी जी व श्री श्री राधा रानी सरकार के कार्यक्रम स्थल पर स्थापित दिव्य श्रंगार स्वरूप के दर्शन भक्तो के लिए  आकर्षण का केंद्र रहे।सैकड़ो भक्तो ने श्री करुणा बिहारी जी के पंचम ब्याहुला महोत्सव पर श्री करुणा बिहारी जी को भोग लगाकर कर आशीर्वाद प्राप्त किया।

स्वामी मंगलानंद जी महाराज ने सभी भक्तो को कृष्ण भक्ति के साथ गौ सेवा करने का संदेश दिया स्वामी मंगला नंद जी ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण कहते है कि जो मेरी भक्ति करता है उसे हमारे चरणों के दर्शन होते है जो गौ माता कि सेवा करता है उसे स्वयं मेरे भगवान श्री कृष्ण जी के मुखमण्डल के दर्शन होते है भगवान श्री कृष्ण को प्रसन्न करने के लिए गौ सेवा सबसे सरल माध्यम है गौ सेवा करने के कारण ही भगवान श्री कृष्ण को गौविन्द गोपाल नाम से पुकारा जाता है

विजयकान्त चौहान ने कहा गौ माता सनातन धर्म का आधार है गौ माता से प्रत्येक सनातनी हिन्दू का जन्म से लेकर मृत्यु तक का  सम्बद्ध है श्री हनुमान चालीसा की चोपाई में सन्देश है कि जो ये पढ़े हनुमान चालीसा होए सिद्धि साखी गौरीसा अर्थात सनातन हिन्दू धर्म का कोई भी धार्मिक अनुष्ठान मंगल कार्य हवन यज्ञ पूजन बिना गाय की सेवा पूजन आरती परिक्रमा ओर दक्षणा के अपूर्ण है

सावरा संकीर्तन मंडल परिवार के समस्त सदस्यों द्वारा भागवत प्रवक्ता श्री मान गोपी राम जी के सम्मान में सुंदर भक्ति भाव से भरे  भजनों का गायन हुआ जिससे कथा स्थल पर मौजूद श्रद्धालु भक्तगण भक्ति रस में झूमने नाचने गाने लगे कथा विश्राम पर प्रशाद वितरण किया गया

कार्य्रकम के सरंक्षक विजयकान्त चौहान ने प्रतिदिन वृंदावन हरिद्वार व जिले के प्रमुख सन्त महापुरुषों महामण्डलेश्वरों के प्रवचनों के लाभ के साथ आशीर्वाद भी भक्तो को प्राप्त होगा। 

आज मंच से कार्यक्रम सयोजक स्वामी मंगला नंद जी महाराज सन्त गोपी राम जी व  विजयकान्त चौहान द्वारा समाजसेवी श्री महेश नारंग महामंडलेश्वर धिरजानन्द जी महामंडलेश्वर अनिल कौदण्ड जी महामंडलेश्वर स्वामी विद्यासागर चूड़ामणि जी  समाजसेवी ,डॉक्टर चेतना शर्मा जी समजसेवी मोनू नरूला जी समाजसेवी कृष्ण लाल अरोरा जी श्री देवेंद्र  चौधरी जी जिलाध्यक्ष विश्व हिंदू महासंघ श्री मति आशा सब्बरवाल जी जिला अध्यक्ष विश्व हिंदू महासंघ महिला मोर्चा  श्री राजेश आर्य जी आदि को पगड़ी पटका माला पहनाकर तिलक लगाकर स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।

इस दौरान स्वामी मंगलानन्द जी ,महाराज जी निमिष काठपाल, महेश गांधी, अंकित , शिवम , विशेष , राजेश विज , अभिषेक जैन , दीपू , सन्नी बजाज , आशीष , राजेशम, संतोष काठपाल , उषा , पूनम खुराना , सुनीता रानी , वीना रानी , मेघा गांधी  मयंक हर्ष बजाज अंजुल शर्मा सुरेंद्र पसरीचा आशु भंडारी गोपी मित्तल विवेक प्रताप राय हन्नी अरोरा  सिमा पुजारा ,नंदनी ,वर्षा गीता बजाज रीता धवन स्वीटी जी,पूनम पसरीचा पूनम खुराना ममता कंचन शर्मा मानी सचदेवा भावना कृष्णा देवी ,आदि श्रद्धालु सेवा कार्य मे सहयोगी रहे।


                         

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