आखिर किसके इशारे पर ब्रजभूषण सिंह को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा्••प्रधानमंत्री आखिर मौन क्यों है, क्या मजबूरी है--अशोक मलिक
आखिर किसके इशारे पर ब्रजभूषण सिंह को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा्••प्रधानमंत्री आखिर मौन क्यों है, क्या मजबूरी है--अशोक मलिक
विरेन्द्र चौधरी
सहारनपुर 19 मई। उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त विद्यालय शिक्षक संघ से जुड़े शिक्षकों ने प्रदेश अध्यक्ष डा.अशोक मलिक के नेतृत्व में दिल्ली के जंतर मंतर पर महिला पहलवानों द्वारा दिये जा रहे धरने को समर्थन करते हुए ब्रजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी पर सवालियां निशान लगाते हुए सरकार को कटघरे में खड़ा किया।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष डा.अशोक मलिक ने कहा कि एक तरफ तो देश के प्रधानमंत्री कहते हैं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ लेकिन दूसरी तरफ भाजपा सरकार में मंत्री देश की बेटियों की अस्मत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, उसके बावजूद भी ऐसे मंत्रियों के खिलाफ कार्यवाही न किया जाना आखिर सरकार की क्या मजबूरी है। उन्होंने कहा कि महिला पहलवान देश की आन बान शान है। जबकि ब्रजूभूषण सिंह पर तो 80 मुकदमें हैं। सरकार 8 मुकदमे वालों का तो एनकाउन्टर कर देती है और 80 मुकदमे वालों को बचाने का प्रयास कर रही है। यह खेल आम जनता की समझ से परे है।
उन्होने कहा कि महिलाओं के साथ हो रहे अन्याय को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने मांग की कि देश की बेटियों के साथ किये जा रहे अन्याय को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा और ब्रजभूषण सिंह जैसे व्यक्ति को सरकार जेल भेजने का काम करें। उन्होंने कहा कि देश में भाजपा तानाशाही कर रही है। इतनी तानाशाही तो मुगल व अंग्रेजी शासन में भी नहीं हुई जितनी तानाशाही भाजपा शासन में देश की जनता पर हो रही है। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा के भ्रष्टाचार में लिप्त मंत्रियों व विधायकों, सांसदों पर आखिर ईडी और बुलडोजर की कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही है जबकि एक आम आदमी की जरा सी गलती पर उसके घर पर बुलडोजर व ईडी की कार्यवाही की जा रही है यह कहां का अन्याय है। शिक्षक संघ इसे कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।
शिक्षक नेता हेमंत चौधरी व मा.रणवीर सिंह ने कहा कि यूपी में योगी बाबा बुलडोजर की कार्यवाही कर गरीब जनता को परेशान कर रहे हैं तथा एक अलग तरह का भय बनाने की कोशिश की जा रही हैं जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। सभी ने एक स्वर में कहा कि महिला पहलवानों को जब तक सरकार न्याय नहीं देगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा। समर्थन करने वालों में मुख्य रूप से यतेन्द्र पंवार, के.पी.सिंह, धीर सिंह, अमजद अली एडवोकेट, गयूर आलम, दिनेश रूपडी, सतीश एडवोकेट, मुकेश चौधरी आदि मुख्य रहे।
Comments
Post a Comment