उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी खबर - पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने उत्तर प्रदेश को लेकर क्या कहा, जानने के लिए देखें पूरी खबर

 हर क्षेत्र के संसाधन और आवश्यकताएं अलग-अलग हैं इसलिए उत्तर प्रदेश का बंटवारा जरूरी••••छोटे राज्यों में होती है नागरिकों का आकांक्षाएं पूरी -- पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह

विरेन्द्र चौधरी 

मेरठ। उत्तर प्रदेश विभाजन की आग अंदर ही अंदर सुलग रही है। जिसे सिर्फ माचिस की तिल्ली का इंतजार है। इस सत्य को सिद्ध करने के लिए पूर्व डीजीपी व अध्यक्ष पुलिस सुधार आयोग के अध्यक्ष सुलखान सिंह का ब्यान काफी है,जो उन्होंने अपनी फेसबुक वॉल पर लिखा है। उन्होंने भी रिटायर्ड होते ही उत्तर प्रदेश विभाजन के दर्द को ब्यान कर ही दिया। उनके इस ब्यान से स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश विभाजन कितना आवश्यक है।

पूर्व डीजीपी व अध्यक्ष पुलिस सुधार आयोग के अध्यक्ष सुलखान सिंह ने फेसबुक वॉल के माध्यम से कहा है कि उत्तर प्रदेश विभाजन अति आवश्यक है। उन्होंने पश्चिम उत्तर प्रदेश को उत्तर प्रदेश, मध्य उत्तर प्रदेश के हिस्से को अवध प्रदेश, मध्यप्रदेश व उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड हिस्से को मिलाकर नया बुंदेलखंड और पूर्वांचल को पूर्वांचल राज्य के रूप में विभाजित करने की वकालत की है। उनका मानना है कि हर क्षेत्र के संसाधन व आवश्यकताएं अलग-अलग हैं। इसलिए उत्तर प्रदेश का बंटवारा जरूरी है।

पूर्व डीजीपी उत्तर प्रदेश सुलखान सिंह छोटे-छोटे राज्यों को लेकर कहते हैं कि छोटे राज्यों में नागरिकों की लोकत्रांत्रिक आकांक्षाएं पूरी होती है। विकास की जरूरते एक जैसी होने के कारण बजट पर खींचतान नहीं होती। संसाधनों का उपयोग सबके हित में होता है। क्षेत्रीय शोषण को लेकर उन्होंने लिखा है कि बड़े राज्यों में शिक्षित, विकसित और चतुर क्षेत्र के लोग पिछड़ें क्षेत्र के लोगों से बाजी मार लेते हैं। इस संबध में सुलखान सिंह कहते हैं कि बुंदेलखंड के लोग पूर्वांचल के लोगों से नौकरियों और ठेको में पिछड़ रहे हैं। अगर बुंदेलखंड अलग राज्य होता तो वहीं के लोग सेवाओं में होते।

योगी के खास अफसरों में रहे हैं सुलखान सिंह

आपको जानकारी देते हुए बताते चलें कि सुलखान सिंह बांदा के रहने वाले हैं।जो बुंदेलखंड क्षेत्र में आता है।सुलखान सिंह की पहचान ईमानदार अफसर के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खास अफसर के रूप में होती है। शायद यही वजह थी कि उन्हें रिटायर्ड होने से पूर्व तीन महीनों का सेवा विस्तार दिया गया था। रिटायर्ड होने के बाद उन्हें पुलिस सुधार आयोग उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष बना दिया।

पृथक पश्चिम प्रदेश आंदोलन से जुड़ने के लिए संपर्क करें 8057081945 पर।

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