पश्चिम प्रदेश निर्माण संयुक्त मोर्चा ने खड़े किए पब्लिक के सामने बड़े सवाल •• पब्लिक से मांगे जवाब

 पश्चिम प्रदेश निर्माण संयुक्त मोर्चा ने खड़े किए पब्लिक के सामने बड़े सवाल •• पब्लिक से मांगे जवाब

विरेन्द्र चौधरी 

गाजियाबाद। दीपावली भैयादूज गोवर्धन पूजा के पावन त्यौहारो के मौके पर पश्चिम प्रदेश निर्माण संयुक्त मोर्चा आप सब को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए पश्चिम प्रदेश की जनता के सामने बड़े सवाल खड़े करते हुए पुछना चाहता है क्या आप पहले की तरह त्यौहारों को मना पा रहे हैं शायद नहीं।

पश्चिम प्रदेश निर्माण संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों ने संयुक्त जारी ब्यान में ने उत्तर प्रदेश की जनता से पुछा कि हमेशा दीमक की तरह आप सभी के मन को जरूर खोखला कर रही होगी? वो ये कि क्या उत्तर प्रदेश इतनी विशाल जनसंख्या और बड़े भारत के भू भाग का सही मायने में आज की जरूरतों के हिसाब से सुविधा मुहैया करा रहा है, बस आप और हम सोये हुए है? कैसे? तो जरा ध्यान से पढ़िए -

1. क्या आपके बच्चो को बेहतर रोजगार मिल पा रहा है?

2. क्या शिक्षा के लिए सरकारी कॉलेजो का निर्माण आजादी के बाद से कितना हुआ?

3. अच्छे स्वास्थ्य की क्या सुविधा है और कितने सरकारी अस्पतालों का निर्माण हुआ?

4. पश्चिम प्रदेश के लोगो के टैक्स का पैसा आखिर कहाँ के डेवलपमेंट में लगता है? 

5. किसानों के लिए क्या क्या योजनाएं आती है उन्हें घर जाकर कितनी सरकारी टीम जाती है?

6. स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर कितने गांवों का नाम बदल गया? सेना में शहिद हुए जवान के परिवार वालो को क्या क्या सुविधा मिल रही है?

7. क्या दुनिया के 6 नंबर के पायदान पर विराजमान उत्तर प्रदेश के टुकड़े नही होने चाहिए?

8. सरकारी नौकरी में पूर्वांचल के लोगो का कब तक भला होगा? आखिर वहीं के लोग कैसे पा लेते है सरकारी नौकरी 

9. खेल की भावना का हनन क्यों? पश्चिम उत्तर प्रदेश के जांबाज बच्चे ढेरो मैडल जीतकर भी गुमनाम हों जाते है। उन्हें सुविधा का अभाव क्यों?

10. कृषि भूमि का गढ़ "पश्चिम उत्तर प्रदेश" फिर भी अनदेखा क्यों?

11. सड़कें निर्माण करने वालो का मुंह ताकती रहती है।

12. महिलाओ के सम्मान में कमी, घर से बाहर निकलना होता है मुश्किल

13. कानून से इंसाफ पाने के लिए जिंदगी बीत जाती है और प्रयागराज हाई कोर्ट के चक्कर काटकर लाखो रुपए खर्च हो जाते है। 

14. बढ़ती जनसंख्या को काबू पाना पुलिस से बाहर होता नजर आ रहा है।

अंत में बस यही कहना है कि जरा सोचना इस दिवाली की अगली दिवाली आपके अपने नए प्रदेश में खुशियों के साथ आपके अपनो के साथ मने।जागो युवाओं, ये सब आपके लिए ही है।घर से बाहर निकलो माता बहिनों प्रदेश का निर्माण करो।

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