सरकार का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा अब नारा है बेटी को शिक्षा से हटाओ - अशोक मलिक

 सरकार का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा अब नारा है बेटी को शिक्षा से हटाओ••आरटीई का पैसा अविलंब जारी नहीं किया तो गरीब दुर्बल वर्ग के बच्चों को दिखाएंगे स्कूल से बाहर का रास्ता डॉ मलिक

विरेन्द्र चौधरी 

सहारनपुर 28 नवंबर 2023 बेरी बाग स्थित जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त विद्यालय शिक्षक संघ से जुड़े पदाधिकारियों ने जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन कर जिला बेसिक अधिकारी का घेराव कर आक्रोषित शिक्षक धरने पर बैठ गये और निजी स्कूलों की विभिन्न समस्याओं को लेकर 14 सूत्रीय ज्ञापन महानिदेशक बेसिक शिक्षा उत्तर प्रदेश लखनऊ लखनऊ के नाम जिला बेसिक अधिकारी सहारनपुर डॉ विनीता को सोपा

          संगठन  से जुड़े पदाधिकारीयो को संबोधित करते हुए शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अशोक मलिक ने कहा की शिक्षा विभाग छात्रों की घाटती संख्या से विचलित होकर मान्यता प्राप्त स्कूलों का जांचों के नाम पर शोषण कर रहे हैं जबकि है इसका उल्टा सरकार के पास 2016 से लेकर आधा अधूरा और 2022 व  23 और 23 व24 का पूरा पैसा करीब 500 करोड़ से अधिक का बकाया है उस पैसे को जारी करने की बजाय स्कूल संचालकों का ध्यान हटाने के लिए  संचालकों को जांचो के नाम पर उलझा रही है अब हम उधार में बच्चों को नहीं पढ़ाएंगे यदि बकाया भुगतान अविलंब जारी नहीं किया गया तो हम  RTE के गरीब दुर्बल वर्ग के बच्चों को निजी स्कूलों से बाहर निकालेंगे जिसकी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी।

श्री मलिक ने कहा कि 2016 से अब तक अभिभावकों का गत 8 वर्षों में से मात्र 3 वर्ष का ही किताबो ड्रेसों का भुगतान किया गया है अभी आधा और अधूरा एक तरफ सरकार शिक्षा में सुधार का ढिंढोरा पीट रही है दूसरी तरफ सरकार अभिभावकों का ₹5000 प्रति छात्र का किताबों व ड्रेसों का पैसा दिया जाता है वह अभिभावकों का भी पैसा सरकार ने पिछले गत वर्षो का बकाया है बिना फीस के बिना किताबों के और बगैर ड्रेस के बच्चों को कैसा पढ़ाया जा सकता है बच्चों में सुधार कैसे किया जा सकता है यह फार्मूला सरकार हमें बताएं।

धरने को जिला अध्यक्ष केपी सिंह महानगर प्रभारी अजय रावत और मनीष मंगलम ने कहा कि जब अभिभावक बच्चों की फीस नहीं देते और हम उन्हें परीक्षाओं में नहीं बैठे तो शिक्षा विभाग निजी स्कूल संचालकों पर दबाव बनाते हैं कि बच्चों को परीक्षा भी दिलाओ और स्कूल से बाहर निकले यह कानूनी अपराध है और कार्रवाई करने की धमकी देते हैं जो अभिभावक फीस देने में सक्षम नहीं है पूर्ण विभव के बच्चों को शिक्षा विभाग अपने स्कूल में पढ़ाई अब हमें यह शोषण बर्दाश्त नहीं करेंगे इसके लिए हमें सड़कों पर उतरना पड़े तो हम सड़कों पर उतर कर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे लेकिन बिना फीस के हम बच्चों को नहीं पढ़ाएंगे हमें फीस सरकार दे या विभाग दे कभी हम किचन में प्रतिशत बच्चों को पढ़ सकते हैं और अपने शिक्षकों को वेतन देना तभी संभव होगा।

महानगर अध्यक्ष गुरु आलम असीम मलिक हंस कुमार ने कहा की अभिभावक का 3 वर्ष का आय प्रमाण पत्र के बाद विभाग संपन्न हो जाता है और विधवा महिला शादी कर लेती है तो उसकी जांच कर शिक्षा विभाग उन बच्चों को निजी स्कूलों को फीस देने के लिए आदेश जारी करें।धरने को अमजद अली एडवोकेट डॉ जावेद मोहम्मद परवेज नरेश वर्मा शशिकांत शर्मा और विनोद कुमार ने भी संबोधित किया।

धरने  पर कुलदीप शतपाल रामचंद्र संजय कुमार सुनीता गुप्ता मंजूर अहमद संदीप कुमार नरेश कुमार शशिकांत असीम जावेद अहमद मंजूर अहमद गुययूर अमजद परवेज आदि उपस्थित रहे।

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