गन्ना किसानों को गन्ना भुगतान व ब्याज नहीं तो भाजपा को वोट नहीं••उत्पादन लागत 525 रुपए कुंतल तो गन्ना का मूल्य₹370 रुपए कुंतल क्यों - भगत सिंह वर्मा

प्रदेश के गन्ना किसानों को आसानी से नकद दिया जा सकता है गन्ने का लाभकारी मूल्य ₹600 कुंतल••गन्ना किसानों को गन्ना भुगतान व ब्याज नहीं तो भाजपा को वोट नहीं••उत्पादन लागत 525 रुपए कुंतल तो गन्ना का मूल्य₹370 रुपए कुंतल क्यों - भगत सिंह वर्मा

विरेन्द्र चौधरी 

मुजफ्फरनगर - आज यहां महावीर चौक जिला कार्यालय पर एक बैठक को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन वर्मा व पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि भाजपा की केंद्र और प्रदेश सरकार लगातार किसानों का शोषण कर रही है किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य तो दूर लागत मूल्य भी सरकार नहीं दिला पा रही है। जिसके कारण अन्नदाता किसान कर्ज बंद होकर कारण आत्महत्या करने को मजबूर है। 

भगत सिंह वर्मा ने कहा कि भाजपा की योगी सरकार ने मात्र ₹20 कुंतल की बढ़ोतरी को बहुत ही कम बताया। कम बढ़ोतरी से प्रदेश का गन्ना किसान आक्रोशित है। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि प्रदेश के गन्ना किसानों को आसानी से गन्ने का लाभकारी मूल्य ₹600 कुंतल नगद दिया जा सकता है। एक कुंतल गन्ने से चीनी मिलों में 10 किलोग्राम से 12 किलोग्राम तक चीनी बन रही है और 4:30 किलोग्राम से 6:30 किलोग्राम तक शीरा बन रहा है। 30 किलोग्राम बगास खोई बन रही है। चीनी मिल 4:30 किलोग्राम प्रेस मद मैली को भी बेच रहे हैं। शीरा नहीं यह हीरा है। एक कुंतल से बनने वाले शीरा से बनने वाले  अल्कोहल से देसी शराब बनने पर प्रदेश सरकार के खाते में₹1000 एक्साइज ड्यूटी के रूप में राजस्व प्राप्त होता है और अंग्रेजी शराब बनने पर₹1000 से ₹3000 तक सरकार को प्राप्त होता है इसके बावजूद भी प्रदेश के गन्ना किसानों को प्रदेश सरकार चीनी मिलों से खोई के बराबर भी दाम नहीं दिला पा रही है। 

भगत सिंह वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश की 121 चीनी मिलों पर पिछले वर्षों में देरी से किए गए गन्ना भुगतान पर लगा ब्याज 17 हजार करोड रुपए बकाया है। और चालू गन्ना सीजन का 15 हजार करोड रुपए गन्ना भुगतान बकाया है। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि शुगर कंट्रोल ऑर्डर 1966 के अनुसार जो चीनी मिल 14 दिन के अंदर गन्ना किसानों को भुगतान नहीं करती है उसे 15% वार्षिक दर से गन्ना किसानों को ब्याज का भुगतान करना चाहिए। और बकाया ब्याज वाली चीनी मिलों को गन्ना किसानों से डूलाई किराया काटने का कोई अधिकार नहीं है। भगत सिंह वर्मा ने भाजपा की योगी सरकार को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही गन्ने का लाभकारी मूल्य ₹600 कुंतल घोषित नहीं किया गया और बकाया गन्ना भुगतान व ब्याज नहीं दिलाया गया और चीनी मिलों में घटतो ली को नहीं रोका गया तो गन्ना किसान भारतीय जनता पार्टी को 2024 के लोकसभा चुनाव में वोट नहीं देंगे।

 बैठक की अध्यक्षता सरदार ओंकार सिंह ने की और संचालन भारतीय किसान यूनियन वर्मा के प्रदेश महामंत्री असीम मलिक ने किया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए भारतीय किसान यूनियन वर्मा के जिला अध्यक्ष राकेश कुमार ने कहा कि लगातार बढ़ती महंगाई के कारण गन्ने की उत्पादन लागत बढ़ती जा रही है उत्पादन लागत 525 रुपए कुंतल आ रही है इसलिए गन्ने का मूल्य सरकार कम से कम गन्ना किसानों को ₹600 कुंतल दिलाए। 

बैठक में जिला उपाध्यक्ष शहिद अमित कुमार विकास चौधरी सुमित मान कृष्ण कुमार अशोक चौधरी पंकज सिंह सचिन मलिक योगेन्द्र बालियान मोहम्मद यासीन अकरम   आदि ने भाग लिया।


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