देश के किसानों के सभी कर्ज समाप्त किए जाएं ••अन्नदाता किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य दिलाया जाए - भगत सिंह वर्मा
देश के किसानों के सभी कर्ज समाप्त किए जाएं ••अन्नदाता किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य दिलाया जाए - भगत सिंह वर्मा
विरेन्द्र चौधरी/करन शेखावतसहारनपुर-आज यहां महफूज गार्डन भा कि यू वर्मा कार्यालय पर एक बैठक को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन वर्मा व पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। देश के अन्नदाता किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य तो दूर लागत मूल्य भी सरकार नहीं दिला पा रही है। जिसके कारण देश के अन्नदाता किसानों पर 22 लाख करोड रुपए कर्ज हो गया है। यदि देश के किसानों को उनकी फसलों का लागत मूल्य भी मिल जाता तो किसानों को 50 लाख करोड रुपए मिलता और देश के किसानों की जेब में कर्ज न होकर 28 लाख करोड रुपए किसानों के पास होते। जो सरकारों की गलत नीति के कारण देश के पांच प्रतिशत लोगों के पास देश और किसानों का सारा धन इकट्ठा हो गया है। वर्मा ने कहा देश को खाद्यान्न में आत्मनिर्भर बनाने वाला देश का अन्नदाता किसान कर्ज बंद होकर गरीबी में जीवन यापन कर रहा है। जो दिल्ली लुटियन जोन में बैठे नेताओं के लिए शर्मनाक है।
भगत सिंह वर्मा ने कहा कि देश के अन्नदाता किसानों की क्रय शक्ति बढ़ने से ही देश आर्थिक रूप से मजबूत हो सकता है और विकसित भारत बन सकता है। देश के अन्नदाता किसानों की उन्नति से ही देश की उन्नति संभव है। भगत सिंह वर्मा ने प्रधानमंत्री मोदी जी से बजट में या संसद में प्रस्ताव पारित करके देश के अन्नदाता किसानों के सभी कर्ज समाप्त करने की मांग की। एक ओर केंद्र सरकार देश के चंद कॉर्पोरेट घरानो के 9 वर्ष में 15 लाख करोड रुपए माफ कर सकती है तो देश के 80 करोड़ अन्नदाता किसानों के 22 लाख करोड रुपए क्यों माफ नहीं हो सकते हैं। भाजपा की केंद्र सरकार के कार्यकाल में देश पर 205 लाख करोड रुपए कर्ज हो गया है। जबकि आजादी के वर्ष 1947 से 2014 तक देश पर 55 लाख करोड रुपए कर्ज था। केंद्र सरकार के मुखिया मोदी जी इस पर शवेत पत्र जारी करके देश की जनता को अवगत कराएं। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि देश में शिक्षा और चिकित्सा को निशुल्क किया जाए। और अमीर और गरीब के बीच खाई को कम किया जाए। देश के 5% अमीर लोगों पर टैक्स लगाकर गरीबों को दूर किया जाए। भगत सिंह वर्मा ने देश किसानों और मजदूरों की उन्नति के लिए देश के अन्नदाता किसानों के सभी कर्ज समाप्त कराने अन्नदाता किसानों कौन की फसलों के लाभकारी मूल्य दिलाने एम एस पी को गारंटी कानून बनाने राष्ट्रीय आय किसान आयोग का गठन करने मनरेगा योजना को सीधा खेती से जोड़कर किसानों को मजदूर उपलब्ध कराने 58 वर्ष से अधिक के बुजुर्ग किसानों को ₹5000 प्रति माह वृद्धावस्था पेंशन दिलाने किसानों को कृषि कार्य हेतु निशुल्क बिजली दिलाने किसानों को कृषि कार्य हेतु₹50 लीटर डीजल उपलब्ध कराने देश में सभी को शिक्षा और चिकित्सा निशुल्क दिलाने सभी हाईवे और सड़कों से टोल टैक्स समाप्त कराने गन्ने का लाभकारी मूल्य ₹600 कुंतल कराने चीनी मिलों से 14 दिन के अंदर गन्ना किसानों को भुगतान दिलाने और पिछले वर्षों में देरी से किए गए गन्ना भुगतान पर लगा ब्याज गन्ना किसानों को दिलाने की प्रधानमंत्री से मांग की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए भारतीय किसान यूनियन वर्मा के प्रदेश उपाध्यक्ष पंडित नीरज कपिल ने कहा कि किसान बचेगा तो देश बचेगा इसलिए प्रधानमंत्री जी को आगे आकर देश के अन्नदाता किसानों की सभी समस्याएं हल करनी चाहिए जिससे भाजपा को 2024 के लोकसभा चुनाव में लाभ मिल सके।
बैठक का संचालन करते हुए भारतीय किसान यूनियन वर्मा के प्रदेश महामंत्री आसिम मलिक ने कहा कि भारतवर्ष एक महान देश है जिसका मुख्य कारण यहां की कृषि संपदा है इसलिए कृषि को बढ़ावा देकर प्रधानमंत्री जी को देश के एक्सपर्ट किसान नेताओं से बात करके किसानों की समस्याओं को तत्काल हल करना चाहिए। बैठक में भारतीय किसान यूनियन वर्मा के प्रदेश सचिव ऋषि पाल प्रधान गुर्जर जिला संगठन मंत्री सुरेंद्र सिंह एडवोकेट जिला उपाध्यक्ष वसीम जहीरपुर जिला मंत्री महबूब हसन अजीत सिंह प्रधान नरेश कुमार एडवोकेट चरण सिंह जोगेंद्र सिंह रविंद्र प्रधान पूर्व जिला पंचायत सदस्य सुधीर चौधरी अरविंद चौधरी हाजी साजिद हाजी सुलेमान हाजी बुद्धू हसन डॉक्टर यशपाल त्यागी सुभाष त्यागी आदि ने भाग लिया।
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