हां मैं रामभक्त हुं मुझे प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव में जाने से कोई नहीं रोक सकता •• भारत संविधान से चलता है शरिया कानून से नहीं - शबनम शेख
हां मैं रामभक्त हुं मुझे प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव में जाने से कोई नहीं रोक सकता •• भारत संविधान से चलता है शरिया कानून से नहीं - शबनम शेख
विरेन्द्र चौधरी / वीरेंद्र भारद्वाज
मुंबई । कुछ लोग जो लीक से अलग हटकर चलते है,वो रिकॉर्ड बनाते है,पूरे जग के चहेते हो जाते है, एक मॉडल हो जाते है। महाराष्ट्र की शबनम शेख की गिनती भी अब ऐसी शख्सियतो में होने लगेगी,जो अपनी खास पहचान रखते है। शबनम शेख मुंबई की नालासोपारा क्षेत्र की रहने वाली है, और राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए मुंबई से अयोध्या के लिए पैदल यात्रा कर रही है। उन्होंने 22 जनवरी को अयोध्या पहुंचने के लिए 28 दिन पूर्व में पैदल यात्रा शुरू कर दी थी।
साम्प्रदायिक सौहार्द की प्रतीक शबनम शेख ने बताया, वे भारत की बेटी है। उन्हें भारतीय संविधान पर भरोसा है,यह भी कहा देश संविधान से चलता है शरिया कानून से नहीं। शबनम कहती है उनकी आस्था अल्लाह में है तो भगवान श्रीराम और शिव में भी है। उन्होंने कहा मुल्ला मौलवी मुझे डराना चाहते है ताकि मैं अयोध्या की यात्रा ना करूं। उन्होंने कहा रामभक्त भी हुं अंतिम क्षण तक रामभक्त रहुंगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा मेरे ड्रैसेप को लेकर मेरे पेरेंट्स कुछ नही कहते तो मुल्ला मौलवी कौन होते है फतवा जारी करने वाले।
उन्होंने कहा कि वो नालासोपारा में जहां रहती है हिंदू बाहुल्य इलाका है, मैंने अजान से पहले मंदिरों के भजन और घंटियों की आवाज सुनी है। उन्होंने कहा मैं और मेरा परिवार भगवान श्रीराम भक्त है। जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा यह यात्रा मै ट्रेंड में रहने या पब्लिसिटी के लिए कर रही हुं। मैं अपनी राम में आस्था और श्रद्धा के लिए कर रही हुं।
जब उनसे फतवे को लेकर बात करी तो उन्होंने कहा मुल्ला मौलवी केवल सवाल खड़े कर सकते है, फतवे जारी कर सकते है। शबनम शेख ने कहा धर्म निरपेक्ष भारत में मुल्लाओं के फतवे जारी करने से कुछ नहीं होने वाला। उन्होंने कहा कुछ मुल्ला मौलवी मेरी यात्रा में बाधा डालना चाहते है, लेकिन मुझे भगवान और भारतीय संविधान पर पूरा भरोसा है। इस यात्रा के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस भी साथ चल रही है।
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