पृथक नया राज्य दलितों वंचितों गरीबो और मध्यवर्गीय आर्थिक रूप से कमजोर लोगो की है आवश्यकता - जाने कैसे बता रहे विरेन्द्र चौधरी

 पृथक नया राज्य दलितों वंचितों गरीबो और मध्यवर्गीय आर्थिक रूप से कमजोर लोगो की आवश्यकता है •• नया राज्य बनने के बाद हर व्यक्ति के सामाजिक आर्थिक राजनीतिक स्थिति में होगा विकास - विरेन्द्र चौधरी पत्रकार 


DELHI DAWN

सहारनपुर। उत्तर प्रदेश पुनर्गठन आंदोलन को गति प्रदान करने के लिए विरेन्द्र चौधरी पत्रकार अब डोर टू डोर,शॉप टू शॉप जनसंपर्क कर नये राज्य पश्चिम प्रदेश के लिए जनसंपर्क कर रहे है।
इस संबध में जानकारी देते हुए विरेन्द्र चौधरी पत्रकार ने बताया कि कुछ लोगो को छोड़कर प्रदेश की पूरी जनता सो रही है। उन्हें जगाने के लिए उनसे संपर्क करना जरूरी है। एक सवाल का जवाब देते उन्होंने कहा कि सही मायनों में पृथक नया राज्य दलितों वंचितों गरीबो और मध्यवर्गीय आर्थिक रूप से कमजोर लोगो की आवश्यकता है। अफसोस ये लोग सड़को पर उतरने को तैयार नहीं है। उसके पीछे मूल कारण है आज़ादी के बाद से आजतक जितनी भी पार्टियां सत्ता में रही है उन सब का एक ही गुप्त एजेंडा रहा है,इन लोगो को रोटी रोजी में उलझा कर रखो, इन्हें गरीबी में रखो।अगर इन लोगो को दोनो टाइम रोटी मिलने लगी,तो ये सत्ता से सवाल पुछने लगेंगे,पूर्ण अधिकारों की बात करने लगेगे,आपसे जनता के धन का हिसाब मांगेगे,तब सत्ता में बैठकर लूट कैसे करोगे।
आगे सवाल का जवाब देते हुए कहा कि वर्तमान में सरकार ने भूख के साथ-साथ धार्मिक एंजेडा भी जोड़ दिया है। लोगो को अंध-भक्त बना दिया है।ये ही कारण है लोग उलझा हुआ जीवन जी रहे हैं। उनमें लड़ने के लिए मानसिक शक्ति नहीं बची। बस उस शक्ति को जगाने की आवश्यकता है।जिस दिन ये शक्ति जाग गई,उस दिन सरकार मजबूर होगी आपको आपका राज्य देने की।

विरेन्द्र चौधरी ने बताया कि सभी लोग जानते हैं कि नया राज्य बनने से उन्हें क्या क्या लाभ होंगे, उनके पारिवारिक जीवन, सामाजिक जीवन और आर्थिक स्थिति का विकास होगा। लेकिन वो ये चाहते हैं भगत सिंह तो पैदा हो लेकिन मेरे घर में ना होकर पड़ोसी के घर में हो। इसी सोच से लोगो को बाहर निकालना है।

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