गांव रोरी मे होला मोहल्ला पर्व पर कुश्ती दंगल - खालसा पंथ की स्थापना के साथ गुरू गोविन्द सिंह ने शुरू की थी परंपरा - बाबा परमेन्द्र आर्य

 


गांव रोरी मे होला मोहल्ला पर्व पर कुश्ती दंगल ••  अर्जुन पहलवान खंजरपुर, कन्हैया पहलवान अमराला, कन्नू पहलवान खंजरपुर, अनुज पहलवान, नवनीत पहलवान अतरोली आदि रहे। लडकियों मे सुभी चौधरी रोरी , लाली रोरी , आशी रही विजयी

विरेन्द्र चौधरी 

मोदी नगर।महाराजा सूरजमल अखाड़ा गांव रोरी मे कुश्ती दंगल का शुभारंभ गुरु गोविंद सिंह जी की अरदास कर आरम्भ किया।  कुश्ती दंगल मे लडको व लडकियों ने भाग लिया। कुश्ती जीतने वाले पहलवानो को इनामी राशि देकर सम्मानित किया। 

कुश्ती जीतने वाले पहलवान अर्जुन पहलवान खंजरपुर, कन्हैया पहलवान अमराला, कन्नू पहलवान खंजरपुर, अनुज पहलवान, नवनीत पहलवान अतरोली आदि रहे। लडकियों मे सुभी चौधरी रोरी , लाली रोरी , आशी आदि विजय रही।

अखाड़े के संचालक बाबा परमेंद्र आर्य ने बताया गुरु गोविंद सिंह ने खालसा पंथ कि स्थापना की व होली से अगले दिन आनंदपुर साहिब मे होला मोहल्ला का आयोजन आरंभ किया। इसे मेले मे सिक्ख तलवार बाजी घुडसवारी व अन्य युद्घ कला का प्रदर्शन करते है। पंजाब हरियाणा मे इसी दिन बडे बडे दंगलों का आयोजन किया जाता है। आज उसी परमपरा को आगे बढाते हुए। तिलहैंडी को दंगल का आयोजन कराया गया।

दंगल के मुख्य अतिथि मुखिया पहलवान छपरौली ने कहा कुश्ती हमारा बहुत ही प्राचीन खेल है। सभी युवाओं को कुश्ती से जुडना चाहिए ये एक युद्ध कला भी है। जो बच्चे पहलवानी करते है वे नशे से दूर रहते है। और अनुशासित जीवन यापन करते है। पहलवानों का समाज मे भी बहुत सम्मान होता है। स्वास्थ रहने के लिए खेलो मे भाग लेना बहुत जरूरी है। मुखीया पहलवान व विपिन राठी पहलवान ने महाराजा सूरजमल अखाड़ा गांव रोरी को सहयोग राशि भेंट की व प्रत्येक महीने दंगल कराने को कहा। दंगल को सफल बनाने मे अभीषेक पहलवान, प्रेमपाल मास्टर , दिपक पहलवान, मनोज कुमार, अनिल पहलवान आदि ने बहुत योगदान किया। दंगल कमेटी के अध्यक्ष दादा राम नारायण ने पहलवानों को आशीर्वाद दिया व कुश्ती देखने आये नागरिकों का धन्यवाद किया। कुश्ती देखने के लिए काफी संख्या मे ग्रामीण उपस्थित रहें।


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