संदेश खाली की जांच हो दूसरे राज्य में, पीड़ितों को मिले मुआवजा - राजेश जौहरी,टीएमसी सरकार हो बर्खास्त लगे राष्ट्रपति शासन - एडवोकेट अनुज


 विरेन्द्र चौधरी/वीरेंद्र भारद्वाज

सहारनपुर। विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर अनुसूचित जाति के गणमान्य बंधुओं ने पश्चिमी बंगाल में हुए अनुसूचित जाति, महिलाओं और बच्चों के साथ हो रहे उत्पीड़न को लेकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया ।
विश्व हिन्दू परिषद के महानगर मंत्री एडवोकेट अनुज ने कहा कि दिन-प्रतिदिन हो रही दयनीय स्थिति विचारणीय और निंदनीय है। उन्होंने कहा बंगाल की टीएमसी सरकार को तुरंत बर्खास्त कर राष्ट्र पति शाशन लगाना चाहिए। इस संबध में राष्ट्रपति को उल्लेखीत ज्ञापन जिलाधिकारी सहारनपुर के माध्यम से भिजवाया गया है।  
                    HIGHLIGHTS 
*  टीएमसी सरकार हो बर्खास्त लगे राष्ट्रपति शासन - एडवोकेट अनुज 
*  संदेश खाली की जांच हो दूसरे राज्य में, पीड़ितों को मिले मुआवजा - राजेश जौहरी साहिल खटीक
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए एडवोकेट अनुज  ने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग, मानवाधिकार आयोग व राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग द्वारा हस्ताक्षेप करने पर हम लोग सभी का स्वागत करते है।
 खबर के अनुसार  राजेश जौहरी व साहिल खटीक ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि वेस्ट बंगाल में संदेश खाली में महिलाओं का शारीरिक शोषण, उनके परिजनों पर हो रहे अत्याचारों की हम घोर निन्दा करते है। उन्होंने कहा 47 दिन पूर्व ईडी के अधिकारियों पर हमला होने के बाद संदेशखाली जैसी घटनाएं सामने आ सकी। वहां बच्चों और महिलाओं के साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार,यौन उत्पीडन, मारपीट की अनेकों घटनाएं सामने आने लगी है।इन घटनाओं के पीछे राजनीतिक और धार्मिक मुद्दे भी है। इन घटनाओं के कारण पश्चिमी बंगाल की महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंताजनक स्थिति सामने आ रही है। उन्होंने कहा कि वेस्ट बंगाल की स्थिति इतनी भयानक है कि एक अरसे से महिलाओं व बच्चों के उत्पीड़न की घटनाओं के घटित होने के बावजूद भी एफआईआर तक दर्ज नहीं हो सकी थी। आर्थिक, राजनैतिक व धार्मिक मुद्दों में महिलाओं को साधन बनाना अपमानजनक,दुदैवी और निन्दनीय है। विश्व हिन्दू परिषद इन घटनाओं की घोर निन्दा करता है। राजेश जौहरी ने कहा हम विश्व हिन्दू परिषद संगठन द्वारा मांग करते है कि लोकतंत्र में हो रहे महिलाओं बच्चों के साथ हो रहे अत्याचारों, मानवाधिकार का उल्लघंन पर अविलम्ब कार्यवाही हो।सभी पीड़ित महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा व उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। महिलाओं पर होने वाले इन अत्याचारों की इन कैमरा पुछताछ की जानी चाहिए। उन्होंने कहा महिलाओं का मनोबल बना रहे इसलिए उन्हें शासन द्वारा प्रशिक्षित परामर्शदाताओं द्वारा परामर्श की सेवा उपलब्ध कराई जाये। उन्होंने कहा निष्पक्ष जांच हो सके इसलिए इस मामले को अन्य किसी राज्य में भेजा जाये।
इस अवसर पर राजेश जौहरी, एडवोकेट अनुज, अभिषेक,आलोक राणा,जय राणा, राहुल बंसल, भानू,साहिल, राजेश, शक्ति,प्रशांत वशिष्ठ,शुभम यादव,नीतिन,चंदन मोनू प्रधान व डमरू सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
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