भारतवर्ष को विश्व मे सर्वोच्च स्थान दिलाने के लिए नैतिक साहस की अवश्यकता ------संत कमल किशोर

 अंग्रेजी राज से मिली स्वतन्त्रता के बाद अब इसे अक्षुण्ण रखने का कर्तव्य युवा पीढ़ी का -----किरण जीत सिंह 

भारतवर्ष को विश्व मे सर्वोच्च स्थान दिलाने के लिए नैतिक साहस की अवश्यकता ------संत कमल किशोर 

विरेन्द्र चौधरी 

बुलंदशहर। राष्ट्रीय चेतना मिशन बुलन्दशहर द्वारा आयोजित “प्रतिभा सम्मान समारोह” के शुभारम्भ शहीदे आजम भगत सिंह और भारत माता के चित्र के समक्ष शहीदे आजम भगत सिंह के भतीजे श्री किरणजीत सिंह, दिव्य शक्ति अखाड़ा के संचालक आचार्य महामंडलेश्वर संत कमल किशोर जी महाराज, राष्ट्रीय चेतना मिशन के अध्यक्ष हेमंत सिंह, अखाड़ा संयोजक सुरेश निझावन, कल्याण सिंह मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ मनीषा जिंदल, संरक्षक मनीष मांगलिक, कवि मोहित शौर्य, यूपी बार काउंसिल अध्यक्ष शिव किशोर गौड़ और कवि विनोद पाल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। 

क्रांतिवीरों भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, खुदीराम बोस,मदनलाल ढींगरा, वीर हकीकत राय,सुभाषचंद्र बोस द्वारा मातृभूमि की स्वतन्त्रता के लिए दिये गए बलिदानों की गाथा से परिचय कराते हुए मुख्य सतिथि भगत सिंह के भतीजे श्री किरणजीत सिंह ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा की इसे अक्षुण्ण रखने का कार्य अब युवा पीढ़ी को करना है।भारतवर्ष को विश्व गुरु बनाना है तो युवा शक्ति को इन क्रांतिवीरों के जीवन से प्रेरणा लेकर, धर्म,जाती, ऊंच-नीच, भाषा व सीमाओं के बंधन को हटा कर केवल और केवल भारतीय बनना होगा। 

दिव्य शक्ति अखाड़ा के संचालक आचार्य महामंडलेश्वर संत कमल किशोर जी महाराज ने तक्ष शीला, नालन्दा और सोमनाथ मंदिर का उदाहरण देते हुए कहा कि उस युग मे भारत के पास  अकूत ज्ञान था, अकूत संपदा से युक्त मंदिर थे, लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए भारत एक नहीं था। आज भारत को सर्वोच्च स्थान दिलाने के लिए नैतिक साहस की आवश्यकता है और यह काम युवा कर सकते है।राष्ट्रीय चेतना मिशन के निस्वार्थ कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए उन्होने कहा कि इस मिशन के आदर्शों से शेष भारत की संस्थाओं को प्रेरणा लेनी चाहिए।

महाराज कल्याण सिंह मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ मनीष जिंदल ने सभी प्रतिभावान युवाओं को बधाई देते हुए उन्हे दृढ़ संकल्प के साथ लक्ष्य को पाने की प्रेरणा दी और सभी के उज्जवल भविष्य की कामना कर उनका मार्गदर्शन किया।

सभी सतिथियों का माल्यार्पण,शाल,अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह प्रदानकर स्वागत किया गया।मेडिकल दर्पण के संचालक ब्रजेश गौड़ ने भगत सिंह के भतीजे श्री किरणजीत सिंह को उनकी जन्मतिथि के नोट वाला प्रशस्ति पत्र भेंट किया।  

कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सचिव स्वदेश चौधरी, उपाध्यक्ष कपिल राणा, सह सचिव मयूर अग्रवाल, जिला संयोजक पिंटू गुर्जर, विकास सिंह, देवेश शर्मा, धनंजय सिंह, रवि पाल, देव चौधरी हिमांशु वाल्मीकि, शरद शर्मा, राम अवतार लोधी, चाहत राजपूत, बृजेश राणा, अरुण राजपूत, हेमंत गुप्ता, आयुष कुमार, गौरी शंकर, प्रशांतगौड़,जीतू ठाकुर, जयवीर भाटी, शुभम,पंडित उमाशंकर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।

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