विरेन्द्र चौधरी
मेरठ। पृथक पश्चिम प्रदेश को लेकर पश्चिम प्रदेश निर्माण मोर्चा ने HOTEL ADOBVILLA में एक सेमिनार आयोजित किया। जिसमें भाजपा के पूर्व केंद्रीय मंत्री,आर एल डी सांसद, दर्जनों रिटायर्ड आईएएस, आईपीएस अधिकारियों के साथ पश्चिम प्रदेश के हर जिले से बुद्धिजीवी शामिल हुए। खचाखच भरे हॉल ने साबित कर दिया कि एक बार फिर केंद्र की जिद्दी सरकार को झुकने के लिए तैयार रहना होगा। खचाखच भरे हॉल ने साबित कर दिया कि अब पश्चिम प्रदेश के लिए स्थानीय नागरिक लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है। सेमिनार की अध्यक्षता भगत सिंह वर्मा सहारनपुर व संचालन कर्नल सुधीर कुमार, एडवोकेट सत्य पाल सिंह यादव व प्रमोद पंवार ने संयुक्त रूप से किया।
इस सेमिनार को संबोधित करते हुए पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने अपने अध्यक्षीय उद्धबोधन में कहा कि पश्चिम प्रदेश उत्तर प्रदेश के राजस्व का लगभग 86% भुगतान करता है, उत्तर प्रदेश पश्चिम प्रदेश पर मात्र 18% हमारे क्षेत्र में खर्च करता है। उन्होंने व्यंग करते हुए कहा कि आप सभी जानते हैं 18% में कितना पैसा राजनीति और प्रशासनिक व्यवस्था डकार जाती है। ऐसे में पश्चिम प्रदेश का विकास ख्वाबों ख्यालों की बात है। वर्मा ने कहा अपने अधिकारों और आर्थिक, राजनीतिक विकास के लिए पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण जरूरी है। उन्होंने कहा पिछले कईं दशकों से हम संघर्ष कर रहे हैं कि पश्चिम प्रदेश का निर्माण हो लेकिन आज खचाखच भरे हॉल ने साबित कर दिया है कि अब लड़ाई निर्णायक मोड़ पर आ गई है।
पूर्व मंत्री हरीश चंद्र भाटी भाजपा के वरिष्ठ नेता ने आंदोलन को एक लाख रूपए भेंट करतें हुए कहा मैं भाजपा का वरिष्ठ नेता हुं, लेकिन क्षेत्रीय मुद्दों पर आपके साथ हुं। जब मैं लोकतंत्र की बात करता हुं,तो समझ जाओ हम आज भी गुलाम है। इसी लोकतंत्र में पश्चिम प्रदेश को आजादी चाहिए। मैं आजादी के संघर्ष में आपके साथ हुं। उन्होंने कहा अब आंदोलन को राजनीति नहीं निर्णायक बना दो।
फुटबॉल बना दिया पश्चिम प्रदेश मुद्दे को
पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने कहा कि पश्चिम प्रदेश लोकल मुद्दा है। मैं नेता नहीं आम आदमी की तरह आपके बीच आया हुं। उन्होंने कहा मैंने अन्ना हजारे का आंदोलन देखा है, अब पश्चिम प्रदेश आंदोलन को देखना चाहता हुं। मुझे जहां बुलाओगे मैं हाज़िर रहुगा क्योंकि ये मुद्दा राजनीतिक नहीं है ये हमारी अस्मिता का मुद्दा है। मैं पार्टी गाइड लाइन से हटकर आपके संघर्ष में शामिल हुं। इस मुद्दे को फुटबॉल ना बनने दो। मैं आपके साथ हुं।
ओपीएस मलिक पूर्व आईएएस ने जानकारी देते हुए बताया कि इंग्लैंड, बांग्लादेश में कोई राज्य नहीं है, क्योंकि जनसंख्या व भौगोलिक स्थिति के अनुसार वहां अलग राज्य की आवश्यकता नहीं है। भारत भाषा, जनसंख्या,भौगौलिक स्थिति, संस्कृति में विविधता है। इसलिए यहां राज्यों की आवश्यकता है। उत्तर प्रदेश अपने आप में एक देश की तरह है,ऐसी स्थिति में उत्तर प्रदेश का पुर्नगठन आवश्यक है। उन्होंने बताया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश अलग राज्य बनने पर आपकी विधानसभा,हाईकोर्ट, यूनिवर्सिटीज,एम्स सभी विभागों के मुख्यालय आपके पास होगें।आपका जीवन आसान हो जाएगा। लेकिन इसके लिए संघर्ष करना होगा। केंद्रीय सरकार को जगाना होगा। आपके पास वो संस्थान नहीं है जो स्वराज में आपके पास होने चाहिए। इसलिए आपको अलग पश्चिम प्रदेश की आवश्यकता है।
पूर्व आईएएस वीके पंवार ने कहा मैं हरीश चंद्र भाटी, राजकुमार सांगवान, संजीव बालियान की हिम्मत को दाद देता हुं, जिन्होंने पार्टी गाइड लाइन से अलग हटकर पश्चिम प्रदेश की बात कही। इससे आप सबको समझ जाना चाहिए कि पश्चिम प्रदेश क्यूं जरूरी है। उन्होंने मंच को सलाह देते हुए कहा कि जो लोग राजनीति में हैं उनका एक विंग तैयार किया जाये, उन्हें बताया जाये कि पश्चिम प्रदेश बनने से उन्हें क्या लाभ मिलेगा तो लड़ाईं आसान हो जायेगी।
शिवकुमार शर्मा किसान यूनियन ने कहा जब भी आंदोलन की बात होगी मैं 10 हजार कार्यकर्ताओं के साथ आऊंगा।। सबसे पहली गोली अपनीछाती पर खाऊंगा।।
वंदना चौधरी ने कहा मातृ शक्ति आंदोलन के साथ है,एक बार पुकारो तो सही। लक्ष्मीबाई बनकर दिखा देंगे। अपने पश्चिम प्रदेश के लिए इतिहास रच कर दिखा देंगे।
मंच का संचालन करतें हुए संयुक्त ब्यान में एडवोकेट सत्य पाल सिंह यादव, कर्नल सुधीर कुमार, प्रमोद पंवार ने कहा हम लगातार आपको जगाने का काम कर रहे हैं,ना सोयेगे ना सोने देंगे। उन्होंने कहा हमारी तो उम्र निकल गई,हम आने वाली पीढ़ियों का सुखद भविष्य देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा हम रात दिन प्रयास कर रहे हैं कि आने वाली पीढ़ियों का भविष्य सुखद हो।
सरदार जोगिंदर सिंह ने कहा हमें हर गांव से एक आंदोलनकारी निकालना है। आपको स्वराज मिल जायेगा।
विरेन्द्र चौधरी पत्रकार व अशोक मलिक अध्यक्ष शिक्षा संघ ने कहा आज हजारों क्रांतिकारियों की भीड़ देख कर पता लग गया कि हमारे स्वराज का सपना पूरा होने वाला है। उन्होंने कहा अब अपने पते के साथ उत्तर प्रदेश नहीं पश्चिम प्रदेश लिखना शुरू कर दो।इस भीड़ ने बता दिया है कि पश्चिम प्रदेश बन चुका है। घोषणा भी जल्दी करा देंगे।
पहलवान परविन्द्र सिंह रोरी ने साफ-साफ कह दिया पश्चिम प्रदेश के लिए अखाड़े के पहलवान तैयार है। जहां बुलाओगे अपनी ताकत दिखा देंगे।
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