आंदोलन को तेज करने के लिए गांव प्रधानों के साथ साथ व्यापार मंडलो व इंडस्ट्रीज से भी संपर्क किया जाये - ओमवीर सिंह वीरवाल, पृथक राज्य की घोषणा तक संघर्ष जारी रहेगा - भगत सिंह वर्मा
विरेन्द्र चौधरी/प्रदीप धारिया
इस अवसर पर पश्चिम प्रदेश निर्माण संयुक्त मोर्चा के केन्द्रीय उपाध्यक्ष ओमवीर सिंह वीरवाल ने कहा कि आंदोलन को तेज करने की जरूरत है। इसके लिए गांव प्रधानों के साथ साथ व्यापार मंडलो व इंडस्ट्रीज से भी संपर्क करके उनसे भी सहयोग लिया जाये। उन्होनें सुझाव दिया कि अब इस आंदोलन को जन आंदोलन बनाने की आवश्यकता है। इसके लिए छोटी छोटी गोष्ठियां करके जनता को छोटे राज्य होने के लाभ क्या क्या लाभ होगें, इससे अवगत कराया जायें।
पश्छिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राषट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मी ने कहा हम पिछले 20 वर्षो से निरंतर अलग राज्य के लिए संघर्ष करते आ रहे है। जब तक पश्चिम प्रदेश अलग राज्य नहीं बन जाता, संघर्ष जारी रहेगा। वर्मा ने कहा कोई सा भी आंदोलन हो, वो गांव से निकलक आता है, इसलिए हम लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में संपर्क कर रहे है। इसलिए आंदोलन गति पकड़ रहा है।
शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अशोक मलिक ने कहा कि हम सामाजिक संगठनो से संपर्क में है। आंदोलन गांव से निकलकर आता है, इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाना होगा।
पश्चिम प्रदेश निर्माण मोर्चा के वरिष्ठ नेता साबिर अली खान ने कहा कि छोटे राज्य होने से आम आदमी लाभाव्नित होगा। लेकिन आम आदमी इसके लिए जागरूक नहीं है। हमें आम आदमी से चर्चा करके उसे जागरूक करना होगा।
पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष विरेन्द्र चौधरी ने कहा कि पृथक पश्चिम प्रदेश को लेकर यहां का मीडिया उदासीन है, उसे एक्टिव करना आवश्यक है। उन्होनें कहा आंदोलन को गति देने के लिए हार्डिगंस व नुक्कड़ सभाओं पर जोर देना होगा।
पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के युवा नेता आसिम मलिक ने सुझाव दिया कि जब तक युवा शक्ति सड़को पर नहीं आयेगी, तब तक आंदोलन तेज नहीं होगा। इसके लिए हमें स्कूलों में जाकर छात्रो को जोड़ना होगा। इस अवसर पर दर्जन भर बुद्धिजिवियों ने अपने अपने सुझाव दिये।पृथक राज्य आंदोलन से जुड़ने के लिए संपर्क करें-विरेन्द्र चौधरी पत्रकार 8057081945
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