क्या रविकांत कर लेगा आत्मदाह, जानने के लिए देखें पूरी खबर

क्या किसान सेवा सहकारिता समिति के पदाधिकारियों द्वारा रविकांत को आत्महत्या करने के लिए किया जा रहा मजबूर 

जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर पत्रकारों से बातचीत करते रविकांत 

विरेन्द्र चौधरी/विनय चौधरी

सहारनपुर। किसान सेवा सहकारी समिति लिमिटेड नागल का एक कर्मचारी रविकांत सहकारी समिति के अधिकारियों की दंबगई के चलते परिवार सहित आत्महत्या करने को मजबूर है। यह बात रविकांत ने जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर जारी प्रेसनोट व कैमरे के सामने कही।

समाचार के अनुसार रविकांत का कहना है कि किसान सेवा सहकारी समिति लिमिटेड के सचिव आंकिक पूर्व प्रभारी द्वारा ने उन्हें बिना कोई नोटिस दिये पद से हटाने का नोटिस जारी कर दिया। जिसके विरुद्ध उसने सहायक आयुक्त एंव सहायक निबंधक सहकारिता सहारनपुर में अपील की तो उन्होंने स्वीकार नहीं की। रविकांत द्वारा निबंधक सहकारी समितियां लखनऊ उ०प्र० को प्रस्तुत करी। जहां से अपील स्वीकार करते हुए योगदान की तिथी से बहाल कर दिया। इसके बावजूद तत्कालीन सचिव रामकुमार ने अपीलीय आदेश का पालन न करके उक्त आदेश के विरुद्ध उच्च न्यायलय में एक याचिका दायर कर दी। जिस पर स्टे हो गया। स्टे आर्डर 31/05/2018 को निरस्त हो गया।

रविकांत का कहना है कि उनके द्वारा सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता सहारनपुर को एक प्रार्थना पत्र योगदान कराये जाने हेतु पेश किये। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सहायक निबंधक सहकारिता व समिति के संचालक मंडल, समिति के पूर्व प्रभारी सचिव आंकिक रामकुमार की आपस में कपरसंधि है।अन्य आरोप है कि आपराधिक षडयंत्र के तहत रविकांत को अनूसूचित जाति का होने के कारण ज्वाइंनिग नहीं करा रहे है। उनका कहना है कि संचालक मंडल, सचिव तथा सहायक आयुक्त खुल्लम खुला प्रार्थी को चेतावनी दे चुके है कि वह चमार जाति से है। अब भाजपा की सरकार है, उसे बिल्कुल स्वीकार नहीं किया जायेगा। इस संबंध में बिना किसी एंजेडे के समिति द्वारा अविधिक रूप से प्रस्ताव भी पारित किया है, जिसकी प्रतिलिपि लेने के लिए रविकांत लगातार सहायक आयुक्त सहकारिता व वर्तमान समिति सचिव के पदाधिकारियों एवं संचालक मंडल के चक्कर लगा रहा है। उन्होंने रोते हुए कहा कि समिति के लोगो द्वारा आत्मदाह के लिए मजबूर किया जा रहा है।

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