राजेश सींच पर्यवेक्षक ने मांगी दो लाख की रिश्वत, नही मिलने पर कर दिया ये कारनामा, योगी के आदेशो की उडा रहे धज्जियां

राजेश सींच पर्यवेक्षक ने मांगी दो लाख की रिश्वत, नही मिलने पर कर दिया ये कारनामा, योगी के आदेशो की उडा रहे धज्जियां


 विरेन्द्र चौधरी, विनय कुमार 

सहारनपुर। सहारनपुर सिंचाई विभाग पूर्वी यमुना नहर योगी आदित्य नाथ की विचारधारा के खिलाफ भ्रष्टाचार का गढ बना हुआ है। एक सींच पर्यवेक्षक एक किसान से दो लाख की रिश्वत मांग रहा है, क्या बिना उच्च अधिकारियो के यह संभव है।

समाचार के अनुसार जगदीश सिंह निवासी हौजखैडी ने शपथ पत्र देते हुए बताया कि राजेश कुमार सींच पर्यवेक्षक मेघछप्पर ने मेरे खेत संक्रमणीय भूमिधरी खसरा नंबर 10 दरा अली स्वाद बैरून के बराबर में पूर्व दिशां राजस्व टीम द्वारा पैमाईश कर पीलर लगवा दिये थे। जिसकी एवज में राजेश सींच पर्यवेक्षक ने दो लाख रूपये मांगे थे। उसने कहा था पीलर वाले स्थान पर मैं मेढ लगवा दूंगा। हमारे द्वारा उक्त रकम ना देने पर हमारी गैरमौजूदगी में पीलर लगवा कर तारबाढ़ करवा दी है।

जगदीश सिंह का कहना है कि उन्होंने इस संबध में आयुक्त सहारनपुर में लिखित शिकायत दी थी। आयुक्त कार्यालय द्वारा अधिशासी अभियंता अतुल कुमार मोर्या को व्हाट्सअप कर उपरोक्त शिकायत की जांच के लिए कहा था। लेकिन आज तक कोई जांच नही की गई। सवाल उठता है कि इतनी बड़ी रिश्वत एक सींच पर्यवेक्षक बिना उच्च अधिकारियो की मरजी के बिना कर सकता है। अगर यह कृत्य सींच पर्यवेक्षक अकेला करता तो अब तक उसकी जांच हो गई होती। ये कहना है जगदीश सिंह का।


जगदीश सिंह ने यह भी बताया कि पैसे देने पर राजस्व टीम की निशानदेही पर पीलर लगाने के लिए कह रहे थे और पैसे नही देने पर मेरे खेत के अन्दर लगवा दिए गए है । 
जंग जीतने के लिए लड़ना तो पडेगा ही। पश्चिम प्रदेश आठ करोड़ नागरिकों के आर्थिक विकास का आंदोलन है। आप भी इस आंदोलन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। विरेन्द्र चौधरी पत्रकार 8057081945

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