उसने कहा, "डॉक्टर को मत बुलाना, मैं बस शांति से सो जाना चाहती हूँ, तुम्हारा हाथ अपने हाथ में लेकर।"उसने उसे उनके बीते पलों के बारे में बताया—कैसे वे पहली बार मिले, उनकी पहली मुस्कान, पहला चुंबन। वे नहीं रोए, बस मुस्कुराए।
उन्होंने कुछ भी नहीं खोया था, बल्कि हर लम्हे के लिए कृतज्ञ थे। फिर उसने धीरे से दोहराया, "मैं तुम्हें हमेशा प्यार करती रहूँगी!"उसने भी वही शब्द लौटाए, प्यार से उसके माथे को चूमा। उसने अपनी आँखें बंद कर लीं और शांति से सो गई, उसके हाथ को थामे हुए।
प्यार ही सच में सबसे महत्वपूर्ण चीज़ है, क्योंकि हम इस दुनिया में कुछ भी लेकर नहीं आते, सिवाय प्रेम के, और जाते समय भी केवल प्रेम ही हमारे साथ होता है।
सोचो ज़रा…
पेशा, करियर, बैंक बैलेंस, धन-दौलत—ये सब केवल साधन हैं, इससे अधिक कुछ नहीं। सब कुछ यहीं रह जाता है।इसलिए बस प्रेम करो…उनसे प्रेम करो जो सच में तुम्हें चाहते हैं।ऐसे प्रेम करो जैसे जीवन में इससे महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं!
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