विनय कुमारसहारनपुर। सभी सीनियर सिटीजन का आयुष्मान कार्ड बनना चाहिए। गिरते सामाजिक मूल्यों टूटते रिश्तों के चलते सीनियर सिटीजन को आयुष्मान कार्ड की सख्त आवश्यकता है। स्टेट और केन्द्र सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
विश्व जाट महा सभा और पश्चिमांचल निर्माण पार्टी के मीडिया प्रभारी विरेन्द्र चौधरी का मानना है कि वर्तमान में भले ही कोई सार्वजनिक तौर पर यह स्वीकार ना करें कि सामाजिक मूल्यों और परिवार टूट रहे है, लेकिन यह कड़वा सच है। दूसरी ओर सरकारों ने सीनियर सिटीजन की उम्र 60 वर्ष निर्धारित की है, सरकारी नौकरियों से रिटायरमेंट की उम्र भी 60 वर्ष निर्धारित कर रखी है। ऐसे में आयुष्मान कार्ड के लिए उम्र 70 वर्ष रखना कहां तक ठीक है। चौधरी ने कहा आज मंहगाई के दौर में खासकर प्राइवेट नर्सिंग होमों में ईलाज कराना बहुत मुश्किल है। ऐसे में सरकारों को सभी सीनियर सिटीजनस के आयुष्मान कार्ड बनाने चाहिए। उन्होंने पश्चिम प्रदेश के लिए संघर्ष कर रहे सामाजिक संगठनो से अपील की इस मुद्दे को जोरदार तरीके से उठायें।
Comments
Post a Comment