सरकार को देना होगा जवाब पांच हजार प्राईमरी स्कूलो को क्यों किया जा रहा बंद •••• सुरेश फौजी
विरेन्द्र चौधरी/विनय कुमार
सहारनपुर। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में पांच हजार स्कूल बंद कर रही है। जो कि गैर संविधानिक तथा अनुच्छेद 21A का खुला उल्लघंन है। तथा शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के विरुद्ध है। जो राज्य के लाखों बच्चों से खिलवाड़ है। देश की आनी वाली पीढ़ी को निरक्षर रखने की इस योजना का जनता देश संगठन कडा विरोध करता है। और यह मांग करता है कि सरकार अपने इस फैसले को तुरंत वापिस ले, अन्यथा संगठन राज्य सरकार के खिलाफ पूरे राज्य में शिक्षा बचाओ देश बचाओ महाआंदोलन शुरू करेगा। उक्त उदगार प्रेस वार्त्ता में सुरेश फौजी द्वारा उजागर किये गये।
संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश फौजी ने बताया कि राज्य सरकार पहले भी प्रार्ईमरी स्कूलो में फेर बदल कर चुकी है। जिसके चलते हजारों शिक्षकों के रोजगार समाप्त हो चुके है। सरकार को देश और राज्य के आम नागरिकों के सामने यह सपष्ट करना चाहिए कि किस कारण प्राईमरी स्कूलो को बंद किया जा रहा है। फौजी ने कहा यह भी सपष्ट होना चाहिए कि जिन बच्चों को शिक्षा से वंचित किया जा रहा है उनके भविष्य का निवारण क्या है। राज्य सरकार को यह भी बताना चाहिए कि क्या भविष्य में सरकार द्वारा संचालित माध्यमिक, उच्च माध्यमिक तथा विश्वविधालयो को भी बंद करने की योजना है। क्योंकि अधिकतर सरकारी शिक्षण संस्थानों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत न तो मानक पूरे है और न ही उच्चस्तरीय सुविधाएं, जहां पर देश की युवा पीढी़ अच्छी शिक्षा ग्रहण कर भविष्य मेँ आगे बढ़ सके।
प्रेसवार्त्ता में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेडीएस के संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश कुमार फौजी, राष्ट्रीय महासचिव व महिला विंग की अध्यक्ष एडo पिंकी पवन शिदें,मुख्य सलाहकार राजेश्वर दास सैनी,राष्ट्रीय प्रवक्ता मांगे राम कश्यप, प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बर्मन, श्रीमती बबीता कश्यप प्रदेश अध्यक्ष महिला विंग, मंडल अध्यक्ष श्रीपाल सिंह, जिला अध्यक्ष सौरभ सिंह, मीडिया प्रभारी बाँबी कुमार ने भी अपने विचार प्रकट किये।
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