भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतन्त्र, प्राचीन काल से लोकतन्त्र की जननी, लोकतन्त्र की जड़ें भारत में गहराई से जुड़ीं: मुख्यमंत्री
आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध •• परिषद द्वारा जेन नेक्स्ट डेमोक्रेसी नेटवर्क प्रोग्राम का आयोजन •• मुख्यमंत्री की 07 देशों-बोत्सवाना, हंगरी, जापान, कनाडा, इण्डोनेशिया, अर्जेन्टीना तथा लिथुआनिया के प्रतिनिधियों के साथ बैठक •• भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतन्त्र, प्राचीन काल से लोकतन्त्र की जननी, लोकतन्त्र की जड़ें भारत में गहराई से जुड़ीं: मुख्यमंत्री
विरेन्द्र चौधरी
लखनऊ।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि देश अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतन्त्र है। लोकतन्त्र की जड़ें भारत में गहराई से जुड़ी हैं। भारत को प्राचीन काल से लोकतन्त्र की जननी कहा जाता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का प्रयास है कि दुनिया के यंग लीडर्स लोकतन्त्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं को दोहराते हुए मिलकर कार्य करें, तो देश व दुनिया में मानवता का मार्ग प्रशस्त होगा।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद, विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के जेन नेक्स्ट डेमोक्रेसी नेटवर्क प्रोग्राम में सम्मिलित हो रहे 07 देशों (बोत्सवाना, हंगरी, जापान, कनाडा, इण्डोनेशिया, अर्जेन्टीना तथा लिथुआनिया) के प्रतिनिधियों के साथ आहूत बैठक में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। प्रदेश की जनता व राज्य सरकार की ओर से प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज यहां लोकतन्त्र के प्रति समर्पित व सद्भावना रखने वाले 07 देशों के यंग लीडर्स के साथ संवाद करने का अवसर प्राप्त हो रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यहां उपस्थित सभी प्रतिनिधि दुनिया की प्राचीन नगरी काशी का भ्रमण कर यहां आये हैं। प्रधानमंत्री जी वाराणसी से ही देश की संसद में प्रतिनिधित्व करते हंै। काशी भारत की प्राचीनतम आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक नगरी है। सृष्टि के आदिकाल से इस नगरी की पहचान है। भारत ने दुनिया की सबसे प्राचीन नगरी काशी के साथ ही प्राचीन ग्रन्थ ऋग्वेद भी दुनिया को दिया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 25 करोड़ की आबादी निवास करती है। उत्तर प्रदेश भारत की आध्यात्मिक व सांस्कृतिक व्यवस्था का प्रतिनिधित्व करता है। यह कई मायनों में महत्वपूर्ण है। भारत के कुल खाद्यान्न उत्पादन में प्रदेश की महत्वपूर्ण भूमिका है। देश की 11 प्रतिशत कृषि योग्य भूमि के साथ देश के कुल खाद्यान्न उत्पादन का 20 प्रतिशत खाद्यान्न का उत्पादन प्रदेश में होता है। उत्तर प्रदेश देश मंें गन्ना एवं दुग्ध उत्पादन में भी प्रथम स्थान पर है। विगत कुछ वर्षों में राज्य में हुए इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेण्ट सेे देश व प्रदेश में एक नया विश्वास जगा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जापान के यंग लीडर्स भी जेन नेक्स्ट डेमोक्रेसी नेटवर्क प्रोग्राम के तहत आज यहां आये हैं। भारत व जापान के बीच सांस्कृतिक सम्बन्ध प्राचीन काल से हैं। भगवान बुद्ध की पवित्र ज्ञान प्राप्ति की भूमि एवं महापरिनिर्वाण स्थल भारत में ही है। बौद्ध धर्म भारत से जापान गया था। प्रधानमंत्री जी ने जापान के साथ सम्बन्धों को बढ़ाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री श्री शिंजो आबे ने भारत जापान सांस्कृतिक सम्बन्ध के रूप में काशी में रूद्राक्ष कन्वेशन सेन्टर को आगे बढ़ाया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज यहां इण्डोनेशिया के यंग लीडर्स आये हैं। इण्डोनेशिया की रामलीला पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। प्रदेश सरकार द्वारा प्रतिवर्ष भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या मंे इण्डोनेशिया की रामलीला को आमंत्रित किया जाता है। जनपद अयोध्या में इण्डोनेशिया के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत रामलीला लोगों का मन मोह लेती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत दुनिया में प्राचीन काल से ही वसुधैव कुटुम्बकम के मूल्यों, सिद्धान्तों व आदर्शों के लिए जाना जाता रहा है। आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में हम सभी के लिए अत्यन्त गौरव का विषय है कि दुनिया के 20 सबसे बड़े देशों के समूह जी-20 की अध्यक्षता का अवसर देश को प्राप्त हुआ है। जी-20 समिट भारत के प्राचीन ध्येय वाक्य वसुधैव कुटम्बकम को आगे बढ़ाने में मदद करेगी। इस सम्मेलन की थीम ‘वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर’ है। वसुधैव कुटुम्बकम के इस भाव के लिए दुनिया के सभी देश मिलकर कार्य कर रहे हैं। दुनिया के जिन देशों में लोकतन्त्र को किसी न किसी रूप में अंगीकार किया है, वह दुनिया को नई प्रेरणा प्रदान कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने देश में लोकतांत्रिक मूल्यों को अपनाते हुए आमजन से संवाद बनाकर कार्य किया है। इस सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना के दौरान यह देखने को मिला। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में कोविड कालखण्ड के दौरान देश में 80 करोड़ लोगों को निःशुल्क राशन प्रदान किया गया। 220 करोड़ से अधिक कोविड वैक्सीन की डोजेज नागरिकों के साथ-साथ 25 देशों को भी की उपलब्ध करायी गयीं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में अनेक ऐसी योजनाएं एवं कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं, जो नागरिकों के जीवन में परिवर्तन लाने, उन्हें आत्मनिर्भर एवं स्वावलम्बी बनाने में योगदान दे रहे हैं। इन योजनाओं में अनेक योजनाएं देश व प्रदेश में पहली बार संचालित हो रही हैं। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश का प्रत्येक नागरिक गौरव की अनुभूति कर रहा है। देश अब सुरक्षित हाथों में है। देश के प्रत्येक नागरिक तक बिना भेदभाव शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा रहा है। भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था के रूप में आगे आया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम लोग लोकतांत्रिक मूल्यों में जीते हैं। जीवन में अगर चुनौती नहीं है, तो आगे बढ़ने की सम्भावनाएं शिथिल हो जाती हैं। हम आशावादी हंै। चुनौतियों से जूझने की तमन्ना होती है। प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप लोकतांत्रिक मूल्यों व आदर्शाें के लिए कार्य करते हुए प्रदेश की खुशहाली के साथ-साथ देश को सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में हम सफल होंगे।
इस अवसर पर 07 लोकतंात्रिक देशों के 27 प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री जी के समक्ष देश व प्रदेश के भ्रमण के सम्बन्ध में अपने अनुभव साझा किये। प्रतिनिधियों ने प्रदेश सरकार से मिल रहे सहयोग के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर प्रतिनिधियों को मुख्यमंत्री जी द्वारा ओ0डी0ओ0पी0 के उपहार भेंट किये गये। कार्यक्रम के अवसर पर भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री जी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
ज्ञातव्य है कि भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद जेन नेक्स्ट डेमोक्रेसी नेटवर्क प्रोग्राम के तहत आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में दुनिया के 75 लोकतांत्रिक देशों के प्रतिनिधियों को देश में आमंत्रित कर भारत की लोकतांत्रिक परम्पराओं, सांस्कृतिक विरासत तथा विकास सम्बन्धी उपलब्धियों से परिचित करा रही है। अभी तक 36 देशों के 101 प्रतिनिधिगण भ्रमण कर भारत की लोकतांत्रिक संरचना से परिचित हुए हैं। वर्तमान में विश्व के 07 लोकतांत्रिक देशों के 27 प्रतिनिधिगण भारत की यात्रा पर हैं। इसी क्रम में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री मुकेश कुमार मेश्राम, सचिव मुख्यमंत्री श्री अमित सिंह, भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद के डायरेक्टर श्री अरविन्द कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
Comments
Post a Comment