डीएम फिर से जरूरतमंदों के लिये बने मसीहा••जरूरतमंदों की मदद में छिपी होती है खुशियों की चाबी••डॉ दिनेश चन्द्र
डीएम फिर से जरूरतमंदों के लिये बने मसीहा••जिलाधिकारी ने तीन दिव्यांग भाईयों की 02 घण्टे में बनवाई पेंशन••आयुष्मान कार्ड के साथ बैंक खाता भी खुलवाया••दिव्यांगजनों को सहानुभूति की नहीं, प्रोत्साहन की आवश्यकता••जरूरतमंदों की मदद में छिपी होती है खुशियों की चाबी••डीएम ने कहा कि प्रत्येक जरूरतमंद की मदद करना सभी अधिकारियों की शीर्ष प्राथमिकता होनी चाहिये••सरकार की योजनाओं पर बढ रहा आमजन का भरोसा
विरेन्द्र चौधरी सहारनपुर। जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चन्द्र शासन की मंशा को साकार करते हुए प्रतिदिन उनके पास आने वाले फरियादियों की समस्याओं को सुन गंभीरता से उनका निराकरण ही नहीं बल्कि हरसंभव मदद भी करते हैं। बात फिर चाहे किसी को चिकित्सकीय मदद की हो या फिर आर्थिक मदद की। समस्या की तह में जाकर विवेकपूर्ण निर्णय लेते हुए सदैव उचित कदम उठाते हैं।
शनिवार को सम्पूर्ण समाधान दिवस तहसील नकुड में डीएम जनसुनवाई कर समस्याओं का निस्तारण कर रहे थे। उसी समय शिकायतकर्ता महेन्द्र ने प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि उनके तीन पुत्र बलविन्द्र, सोहन सिंह एवं जितेन्द्र जो शारीरिक एवं मानसिक रूप से दिव्यांग हैं और वह स्वयं मजदूरी करके किसी तरह परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। अगर उनके बच्चों की पेंशन बन जाएगी तो उनका आर्थिक सहारा हो जाएगा। इस पर जिलाधिकारी ने अत्यन्त मानवीय रूप दिखाते हुए तत्काल संज्ञान लिया और मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि उनका मेडिकल चेकअप कर तत्काल दिव्यांग प्रमाणपत्र बनाने के साथ पेंशन बनायी जाए। इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि इनके आयुष्मान कार्ड बनाने के साथ अन्य शासकीय योजनाओं से भी लाभान्वित किया जाए।
डॉ0 दिनेश चन्द्र ने शिकायतकर्ता की तारीफ करते हुए कहा कि श्री महेन्द्र सिंह के तीनों बच्चे दिव्यांग होने के बावजूद भी हौंसला रखते हुए वह भली प्रकार से पिता का दायित्व निभा रहे है। उन्होने सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं पर भरोसा करते हुए सम्पूर्ण समाधान दिवस में उपस्थित होकर प्रार्थना पत्र दिया।
जिलाधिकारी के निर्देश पर सीएमओ ने तत्काल टीम लगाकर उनकी जांच कर उनका 02 घंटे के अंदर दिव्यांग प्रमाणपत्र बनाया। समाधान दिवस में ही उनका बैंक खाता खुलवाकर दिव्यांग पेंशन के लिए आवेदन करवा दिया गया। इसी के साथ उनके परिवार के सभी सदस्यों के आयुष्मान कार्ड भी तत्काल बनवाए गये। डीएम के निर्देशानुसार जिला पूर्ति अधिकारी द्वारा उनके अन्त्योदय राशन कार्ड बनवाने की प्रक्रिया भी प्रारम्भ कर दी गयी है जो 24 घण्टे के अंदर संबंधित को उपलब्ध करा दिए जाएंगे। इतने त्वरित गति से कार्य होने पर सभी प्रबुद्धजनों, पत्रकारों, उपस्थित शिकायतकर्ताओं ने जिलाधिकारी की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
इसके बाद जिलाधिकारी ने कहा कि जरूरतमंद व्यक्ति की मदद करके आप आशावादी और सकारात्मक बनते हैं। इसलिए जब भी अवसर प्राप्त हो जरूरतमंद की मदद को अवश्य हाथ बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि जरूरतमंदों की मदद करना व्यक्ति के जीवन का उद्देश्य होना चाहिए। जिलाधिकारी ने कहा कि जब ईश्वर ने हमें पदीय दायित्व दिए हैं तो इसका सदुपयोग आमजनमानस की भलाई के लिए अधिकाधिक किया जाए, ऐसा करने से बिना किसी अतिरिक्त व्यय के आप पुण्य कमा सकते हैं।
डीएम ने कहा कि दिव्यांगजनों को सहानुभूति की नहीं बल्कि प्रोत्साहन की आवश्यकता है। सरकार ने दिव्यांगजनों के हितार्थ विभिन्न प्रकार की योजनाएं संचालित की हैं, जिनका लाभ प्रत्येक पात्र को मिल रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि पात्र और जरूरतमंदों को संचालित योजनाओं का लाभ दिलाने में अवरोध न बनें बल्कि उनकी सहायता करें। जो लोग अपने विकास के लिए उत्तर प्रदेश का पुनर्गठन चाहते हैं वो विडियो जरूर देखें --विरेन्द्र चौधरी झालु
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