बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचारों को नहीं करेंगे बर्दाश्त - नरेश धारिया, दुनिया के मुस्लिम धर्मगुरु ने बांग्लादेश में हो रहे नंगे नाच पर एक शब्द नहीं बोला - प्रदीप धारिया

 बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचारों को नहीं करेंगे बर्दाश्त - नरेश धारिया, दुनिया के मुस्लिम धर्मगुरु ने बांग्लादेश में हो रहे नंगे नाच पर एक शब्द नहीं बोला - प्रदीप धारिया 


विरेन्द्र चौधरी 

सहारनपुर। पडौसी मूल्क बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद राजनीतिक आड़ में मुस्लिमों द्वारा हिन्दुओं पर अत्याचार की तमाम सीमाओं को लांघ दिया है। खासकर हिंदू महिलाओं पर। इसे लेकर भारतीय हिन्दू समाज में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। संत दुर्बल नाथ फाउन्डेशन के संस्थापक नरेश धारिया, जिला अध्यक्ष प्रदीप धारिया ने कहा हिंदू चाहे किसी भी देश का हो,उस पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।

 संत दुर्बल नाथ फाउंडेशन के कार्यालय पर हमारे संवाददाता से बातचीत करते हुए फाउंडेशन के संस्थापक नरेश धारिया ने कहा कि सनातन धर्म में कहा गया है कि "नर सेवा नारायण सेवा" और हमारे पडौसी मूल्क बांग्लादेश में इसके एकदम उल्ट बांग्लादेश के मुस्लिम बेरहमी से हिंदू घरों में, मंदिरों में आग लगा रहे है। हिंदूओं को कत्ल कर रहे हैं। हिंदू महिलाओं के साथ बलात्कार कर रहे हैं, उनसे जबरन धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। संत दुर्बल नाथ फाउंडेशन भाजपा सरकार से मांग करता है कि वो बांग्लादेश में हस्तक्षेप करते हुए हिंदूओं पर अत्याचार पर रोक लगवायें।

फाउंडेशन के सहारनपुर जिला अध्यक्ष प्रदीप धारिया ने कहा कि  बांग्लादेश में इस्लामिक स्कॉलर अबु नज़्म फर्नांडो बिन अल इस्कंदर हिंदुओं को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि हिन्दूओं के पास केवल दो विकल्प हैं "हिन्दू या तो इस्लाम अपना लो या मौत को गले लगा लो" । उन्होंने कहा दुनिया की महाशक्ति हिन्दू बाहुल्य भारत को हिन्दूओं की रक्षा के लिए आगे आते हुए बांग्लादेश में हस्तक्षेप करना चाहिए। उन्होंने कहा भारत में एक भी मुस्लिम धर्मगुरु ने बांग्लादेश में हो रहे नंगे नाच पर एक शब्द नहीं बोला,ये भारत के भविष्य की ओर क्या इंगित कर रहा है। उन्होंने कहा देश के सभी हिंदू संगठनों को केंद्र सरकार से मांग करनी चाहिए कि भारत को हस्तक्षेप करते हुए हिंदूओं पर हो अत्याचार पर रोक लगवायें।

इस दौरान फाउंडेशन के संस्थापक नरेश धारिया, जिला अध्यक्ष प्रदीप धारिया के साथ महामंत्री आदित्य धारिया, उपाध्यक्ष अंकित धारिया, कोषाध्यक्ष विराट धारिया, कानूनी सलाहकार नीरज धारिया, विशाल धारिया मौजूद रहे।

Comments