3318 लाख रूपये की कुल 13 नग ग्रामीण पेयजल योजनाओं की स्वीकृति--प्रदूषित जल वाले क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाए--जिलाधिकारी

 3318 लाख रूपये की कुल 13 नग ग्रामीण पेयजल योजनाओं की स्वीकृति--अतिरिक्त श्रमिकों को लगाकर कार्य को यथाशीघ्र पूर्ण करें लापरवाही होने पर की जायेगी कार्यवाही--गुणवत्तापूर्ण ढंग से निर्धारित समय पर करें योजना को पूर्ण--घाड एवं प्रदूषित जल वाले क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाए


विरेन्द्र चौधरी 

सहारनपुर। जिलाधिकारी श्री अखिलेश सिंह की अध्यक्षता में सायं 04ः30 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में जल जीवन मिशन “हर घर जल” कार्यक्रम के अन्तर्गत बैठक आयोजित की गयी।
जिला पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के अन्तर्गत लगभग 3318 लाख रूपये की 20 ग्राम पंचायतों में कुल 13 नग की ग्रामीण पेयजल योजनाओं की स्वीकृति प्रदान की गयी जिसमें से सभी परियोजनाएं 05 करोड से कम लागत की है। ये परियोजनाएं मैसर्स एम.के.जी. प्राइमस द्वारा पूरी की जानी है।
जिलाधिकारी ने समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि मिशन मोड पर कार्य कर फुलपू्रफ प्लानिंग बनाते हुए लेबर बढाकर समयबद्ध तरीके से गुणवत्तापूर्ण ढंग से कार्य करना सुनिश्चित किया जाए। किसी भी कारण से कार्य बाधित नहीं होना चाहिए। स्वास्थ्य के दृष्टिगत जिन ग्रामों में जल प्रदूषित हो रहा है वहां पर प्राथमिकता के आधार पर जल जीवन मिशन के अन्तर्गत शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाया जाए। डिजाइन करने वाली संस्थाओं से निरंतर फालोअप किया जाए ताकि समय को बचाया जा सके। इसमें इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि तकनीकी दृष्टि से मानकों का पालन हो।
उन्होने जल जीवन मिशन भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होने कहा कि योजना निर्माण हेतु जमीन को उपलब्ध करा दिया गया है। इसलिए कार्य को वर्क आर्डर के हिसाब से करना सुनिश्चित करें, इसमें लापरवाही करने वालों के विरूद्ध उच्च स्तर पर शासन को अवगत कराते हुए कार्यवाही की जायेगी। अधिशासी अभियन्ता को निर्देश दिए कि जो भी एजेंसी सही प्रकार से कार्य नहीं कर रही है उसको नोटिस दें एवं कार्यवाही करें। उन्होने स्वच्छ पेयजल योजना के महत्व को जन सामान्य में प्रचार-प्रसार करने और लोगों को जागरूक करने के भी निर्देश दिए।
श्री अखिलेश सिंह ने कम्पनी के कार्यों में लक्ष्य के अनुरूप प्रगति न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि अतिरिक्त श्रमिकों को लगाकर कार्य को यथाशीघ्र पूर्ण करना सुनिश्चित करें। यह कार्य गुणवत्ता के साथ हों। एफएसटीसी भी लक्ष्य के अनुरूप हो। इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्री विजय कुमार, अधिशासी अभियन्ता जल निगम ग्रामीण श्री अमित कुमार, जिला पेयजल एवं स्वच्छता समिति के सदस्य जिला सूचना अधिकारी श्री दिलीप कुमार गुप्ता, सहायक अभियंता श्री अनुज कुमार,  आदि उपस्थित थे।

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