बांग्लादेश से आए 40 सिविल सेवकों के प्रतिनिधिमंडल ने ली जिला प्रशासन एवं पुलिस के कार्यों की जानकारी,डीएम ने प्रशासनिक सेवाओं, राजस्व कार्याें एवं अधिकारियों की कार्य प्रणाली के बारे में दी विस्तार से जानकारी

 बांग्लादेश से आए 40 सिविल सेवकों के प्रतिनिधिमंडल ने ली जिला प्रशासन एवं पुलिस के कार्यों की जानकारी

 •  सिविल सेवकों ने प्रशासनिक एवं भौतिक संरचना को गहराई से जाना

  डीएम ने प्रशासनिक सेवाओं, राजस्व कार्याें एवं अधिकारियों की कार्य प्रणाली के बारे में दी विस्तार से जानकारी
•  एसएसपी ने पुलिस एवं कानून व्यवस्था को विस्तार से बताया



विरेन्द्र चौधरी 
सहारनपुर। जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट स्थित नवीन सभागार में बांग्लादेश से आए 40 सिविल सेवकों के प्रतिनिधि मण्डल को जिला प्रशासन, पुलिस एवं अन्य विभागों की कार्यप्रणाली के संबंध में जानकारी दी।
बांग्लादेश से आए 40 सिविल सेवकों का सहारनपुर में पंहुचने पर जिलाधिकारी ने काष्ठ से निर्मित राष्ट्रीय चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। डीएम ने विस्तार से जिले में डीएम की भूमिका के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि डीएम का जिले में अहम योगदान होता है। सरकार द्वारा जो भी आम जनता के लिए योजनाएं चलाई जाती है उन योजनाओं का आम जनता तक लाभ पंहुचे इसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होती है। वह समय-समय पर सम्बंधित अधिकारियों की बैठक लेकर विकास कार्याे की समीक्षा करते है। जिले में कानून व्यवस्था, विभाग के अधिकारियों में आपसी तालमेल, विकास कार्याे को गति देना, जिले की हर जरूरी गतिविधियों को उच्च अधिकारियों को व मुख्यमंत्री तक पंहुचाना, जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों से लगातार सम्पर्क रखना, आम जनता की समस्याएं सुनकर अधिकारियों के माध्यम से उनका निराकरण करना जैसे बहुत से कार्य जिला प्रशासन के क्षेत्र में आते है।
डॉ0 दिनेश चंद्र ने कहा कि चुनाव के समय भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशन में जिलाधिकारी जिला निर्वाचन अधिकारी हो जाते है और उनकी देखरेख में जिला स्तर का चुनाव निष्पक्ष, निर्विघ्न एवं शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न करवाया जाता है।
प्रतिनिधि मण्डल को मण्डलायुक्त, जिला मजिस्ट्रेट, जिला मजिस्ट्रेट को सीआरपीसी के द्वारा प्रदत्त किये गये अधिकार, प्रशासनिक एवं न्यायिक कर्त्व्यों, न्यायपालिका, जेल, एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, रजिस्ट्रार, कानूनगो, लेखपाल के कर्तव्यों, भौतिक संरचना सहित सूचना का अधिकार की जानकारी उपलब्ध करवायी गयी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ0 विपिन ताड़ा ने जिले में पुलिस की भूमिका के बारे में भी प्रतिनिधिमण्डल को जानकारी देते हुए कहा कि जिले में कानून व्यवस्था की देखभाल पुलिस करती है। उन्होने डायल 112 के बारे में बताते हुए कहा कि यह एक ऐसी आपातकालीन सेवा है जिसके द्वारा कुछ मिनटों में ही पुलिस पीडित के पास पंहुचकर मदद करती है। उन्होने प्रतिनिधि मण्डल को जनपद के किसी एक पुलिस स्टेशन का भ्रमण करने के लिए आमंत्रित किया।
डॉ0 विपिन ताड़ा ने बताया कि जिले में कानून व्यवस्था थानों के माध्यम से की जाती है। आम जनता को यदि कोई दिक्कत आती है तो वह अपने नजदीक के सम्बंधित थाने में जा कर अपनी समस्याएं बताते है जिसका पुलिस द्वारा समाधान किया जाता है और पीड़ित का न्याय दिलाया जाता है। उन्होंने बताया कि जनपद में आजकल ऑनलाईन एफआईआर भी की जाती है।
इसके पश्चात प्रतिनिधि मण्डल ने आईटीआई परिसर में लगे मिलेट्स पुनरूद्धार मेला एवं जनपद स्तरीय राष्ट्रीय अविष्कार अभियान प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस प्रदर्शनी में जनपद के ओडीओपी उत्पादों सहित, चिकित्सा, मोटे अनाज, एनआरएलएम आदि के स्टाल लगाए गये थे। प्रतिनिधि मण्डल ने जनपद में बन रहे वैश्विक स्तर के उत्पादों की सराहना की।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी श्री सुमित राजेश महाजन, ऐसोसिएट कोर्स कोर्डिनेटर श्री एम0के0भण्डारी,  प्रोग्राम असिसटेन्ट श्री संजय दत्त पंत, अपर जिलाधिकारी प्रशासन डॉ0 अर्चना द्विवेदी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व श्री रजनीश कुमार मिश्र, ज्वाईंट मजिस्ट्रेट श्री उत्सव आनंद, सिटी मजिस्ट्रेट श्री गजेन्द्र कुमार, पीडी डीआरडीए श्री प्रणय कृष्ण सहित जनपद के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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