आध्यात्मिक ,मानसिक और शारीरिक उन्नति के लिए योग है अमृततुल्य — आयुर्वेद वाचस्पति डॉ हर्ष योगाभ्यास से तीन घंटे पहले गरिष्ठ या मसालेदार भोजन न करे - डॉ प्रतिभा बहुगुणा

 आध्यात्मिक ,मानसिक और शारीरिक उन्नति के लिए योग है अमृततुल्य — आयुर्वेद वाचस्पति डॉ हर्ष

योगाभ्यास से तीन घंटे पहले गरिष्ठ या मसालेदार भोजन न करे - डॉ प्रतिभा बहुगुणा  

विरेन्द्र चौधरी/अशोक शर्मा 

सहारनपुर।योग भारतीय ज्ञान की हजारों वर्ष पुरानी शैली है ! भारतीय धर्म और दर्शन में योग का अत्यधिक महत्त्व है। आध्यात्मिक ,मानसिक और शारीरिक स्वस्थ्य के लिए योग की महत्ता को विश्व के सभी दर्शनों एवं धार्मिक संप्रदायों ने स्वीकार किया है ! आयु में ह्रास,भौतिकता की दौड़ और बढ़ती व्यस्तता के कारण जीवन में मानसिक और शारीरिक तनाव बढ़ गया है जो कई तरह के रोगों की उत्पत्ति का कारण बन रहा है ऐसे में योग की आवश्यकता बहुत बढ़ जाती है। उपरोक्त ओजस्वी विचार द्रोणाचार्य आयुर्वेदिक एजूकेशनल इंस्टीट्यूट एवं हॉस्पिटल, सहारनपुर के क्रिया शरीर विभाग के असोसिएट प्रोफेसर आयुर्वेद वाचस्पति डॉ हर्ष ने योग प्रशिक्षुओं को दिल्ली रोड पर पार्क मे योग सिखाते हुए व्यक्त किए।     

 डॉ हर्ष ने योग को भारतवर्ष की अमूल्य धरोहर बताते हुए कहा कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने संयुक्त राष्ट्र को 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का सुझाव दिया था क्योंकि गर्मियों में सूर्य उत्तरी गोलार्द्ध में स्थित होता है एवं उत्तरी गोलार्द्ध में 21 जून वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है। सर्वप्रथम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन 21 जून, 2015 को किया गया था जिसने विश्व भर में कई कीर्तिमान स्थापित किये। वर्तमान में योग भारत ही नहीं पूरे विश्व के लिये प्रासांगिक बन गया है।

योगासन कैसे किए जाएँ :इस विषय पर प्रशिक्षुओं को उत्तर देते हुए डॉ प्रतिभा बहुगुणा ने बताया कि योगाभ्यास से तीन घंटे पहले गरिष्ठ या मसालेदार भोजन न करें। दलिया, खिचड़ी के अलावा पेय पदार्थ ले सकते हैं। सलाद खा सकते हैं।यदि कब्ज हो तो योग नहीं करना चाहिए। प्रातः काल के समय मन शांत व मस्तिष्क एकाग्र रहता है,शरीर चुस्त व फुरतीला बंता है, मोटापा समाप्त हो जाता है,अतः इस समय योग क्रियाएं लाभदायक होती हैं। योगासन के अंत में 5-10 मिनट का शवासन जरूर करना चाहिए ताकि शरीर और सभी अंगों को आराम मिल सके। पानी योगाभ्यास के 10-15 मिनट बाद या पसीना सूखने के बाद ही पीएं। गर्भवती स्त्री और हृदय के रोगी को योग प्रशिक्षक के निर्देशन मे ही योगासन करने चाहिए।

प्रशिक्षुओं मे कुमारी नीलम,सुनीता, आकांक्षा, राधा रानी, श्रीमती अनीता, बसंत कुमार, गीता रानी, शीला कुमारी, चन्द्र्भान शर्मा, कमल शर्मा, सुमेधा, हारजीत सिंह, एन के शर्मा, दीपांकर,राजकुमार अरोड़ा,सुशील अरोड़ा, कोमल वर्मा और संगीता वर्मा की उपस्थिती उल्लेखनीय रही।


पश्चिम प्रदेश आपके आने वाली पीढ़ियों के भविष्य का सवाल है, इसीलिए पश्चिम प्रदेश आंदोलन से जुड़े। संयोजक विरेन्द्र चौधरी पत्रकार पश्चिम प्रदेश क्रांति दल 8057081945

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